मथुरा। बच्चों के लिए खरीदी गई खेल सामग्री अलमारी में बंद थी। पुस्तकालय में रखी किताबें धूल फांक रही थीं। बच्चाें ने बताया कि उन्हें पढ़ने के लिए स्कूल से घर ले जाने को किताबें नहीं दी जातीं। इस पर राज्य स्तरीय टीम ने नाराजगी जताते हुए बीएसए को व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।
शासन की ओर से परिषदीय विद्यालयों में समग्र शिक्षा के तहत चलाई जाने वाली योजनाओं का सत्यापन करने के निर्देश थे। इस क्रम में बृहस्पतिवार को दो सदस्यीय राज्य स्तरीय टीम ने जिले के तीन परिषदीय स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। स्कूलों में अधिकारियों को जगह-जगह गंदगी दिखाई दी। साफ-सफाई कराने के लिए शिक्षकों को निर्देशित किया। लखनऊ से राज्य परियोजना कार्यालय से वरिष्ठ विशेषज्ञ माधव तिवारी और एससीईआरटी के सहायक शिक्षा निदेशक नवीन कुमार मथुरा पहुंचे।
उन्होंने फरह के प्राथमिक विद्यालय जलाल, उच्च प्राथमिक विद्यालय सलेनपुर और प्राथमिक विद्यालय मथुरा रिफाइनरी का निरीक्षण किया। तीनों स्कूलों में साफ-सफाई नहीं मिली। निरीक्षण में खेलकूद सामग्री, साइंस किट की उपलब्धता के साथ ही लाइब्रेरी बुक्स की उपलब्धता व प्रयोग की जांच की। बच्चों के लिए खरीदी गई नई खेल सामग्री अलमारी में बंद थी। यही नहीं पुस्तकालय की किताबें भी छात्र-छात्राओं को घर पर पढ़ने के लिए नहीं दी जाती।
स्कूलों में किताबें पहुंचाने के दिए निर्देश
अधिकांश स्कूलों में नई सत्र की किताबें अभी तक स्कूलों में नहीं पहुंची हैं। बिना किताबों के बच्चों को पढ़ने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में उन्होंने बीएसए को जल्द स्कूलों में किताबें पहुंचाने के निर्देश भी दिए। साथ ही स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए भी कहा। एडी बेसिक ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि निरीक्षण की रिपोर्ट स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा को भेजी जाएगी।