नई दिल्ली। सबके लिए पेंशन योजना इस साल के अंत तक लागू होने की संभावना है। पेंशन से जुड़ी प्रक्रिया पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय काम कर रहा है। अगले कुछ महीनों के अंदर प्रक्रिया को निर्धारित कर लिया जाएगा। उसके बाद कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
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ज्यादा अंशदान कर सकेंगे: जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार जो समान पेंशन स्कीम लाने जा रही है, उसमें अंशदाता ज्यादा अंशदान भी कर सकेंगे। इसमें असंगठित क्षेत्र के लोगों को भी शामिल किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि इसमें न्यूनतम अंशदान के अतिरिक्त बचत की अतिरिक्त धनराशि को भी पेंशन खाते में डाल सकेंगे। इसी के हिसाब से सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन मिलेगी।
उदाहरण के लिए एक श्रमिक हर महीने पेंशन खाते में तीन हजार रुपये का योगदान करता है और बीच में उसके पास 30 या 50 हजार रुपये की व्यवस्था है तो वह उस राशि को भी अंशदान के तौर पर जमा करा सकेगा। इसके अलावा पेंशन शुरू करने से संबंधित अवधि का भी चयन करने का विकल्प मिलेगा, जैसे अभी 58 साल है तो अशंदाता इसे 60 की उम्र में भी शुरू करा सकता है।
रोजगार की बाध्यता नहीं होगी
सरकार की कोशिश है कि पेंशन योजना का लाभ हर व्यक्ति को मिल सके। इसके लिए रोजगार की बाध्यता भी नहीं होगी। यानी अगर कोई अपनी दुकान चलाता है और वह अपनी बचत की कुछ धनराशि पेंशन के तौर पर भविष्य के लिए सुरक्षित करना चाहता है तो वह भी योजना से जुड़ सकेगा। योजना से जुड़ने की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष होगी, लेकिन उसके बाद भी कोई भी व्यक्ति इसमें योगदान देना शुरू कर सकता है। श्रम मंत्रालय विशेषज्ञों और तमाम असंगठित क्षेत्र से जुड़े लोगों से राय ले रहा है। अनुमान है कि वर्ष 2036 तक देश में कुल बुजुर्गों की संख्या 22 करोड़ से अधिक होगी।