लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण व पठन-पाठन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए संगीत व कला की लैब सभी जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में बनाई जाएंगी। इनके माध्यम से शिक्षकों को सीखने की बेहतर क्षमता का विकास किया जाएगा। वहीं हर डायट में स्मार्ट क्लास भी बनेंगी। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय की प्रोजेक्ट एडवायजरी बोर्ड (पीएबी) ने 200 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है।
प्रदेश में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न स्तर पर कवायद की जा रही है। इसी क्रम में शिक्षकों की नवाचार सुविधाएं बढ़ाने व उनके सीखने की क्षमता में सुधार के लिए कवायद की जा रही है। इसी क्रम में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की ओर से सभी डायट में म्यूजिक व आर्ट लैब की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही सभी डायट में शोध व नवाचार प्रकोष्ठ का भी गठन किया जाएगा।
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक पवन सचान ने बताया कि संस्थान के लखनऊ स्थित निदेशालय में टीचर्स
ट्रेनिंग मैनेजमेंट सिस्टम (टीटीएमएस) की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि लखनऊ स्थित टीटीएमएस से जिलों में होने वाले प्रशिक्षण की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। हमारा प्रयास होगा कि शिक्षक के विषय के अनुसार ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार करें और उसके अनुसार शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाए..