कानपुर। बीएड के बाद विभिन्न शिक्षण संस्थानों में प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूलस्तर पर शिक्षण कार्य कर रहे शिक्षक अब छह महीने का डीएलएड ब्रिज कोर्स कर सकेंगे। इससे उन्हें डीएलएड की वैध उपाधि मिल जाएगी। इसके लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से पत्र जारी किया गया है। इससे कानपुर मंडल के एक लाख से अधिक शिक्षकों को लाभ मिलेगा।
प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल में शिक्षण कार्य के लिए अब डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) ही मान्य है। इससे पहले बीएड उपाधि धारक भी प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक के तौर पर काम करते आ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ऐसे शिक्षकों की नौकरी संकट में पड़ गई थी।
अब यह आदेश जारी हुआ है कि ऐसे सभी लोग छह महीने का ब्रिज कोर्स कर सकते हैं। यह एक सर्टिफिकेट कोर्स होगा। प्राथमिक शिक्षा के लिए सात अप्रैल 2025 को शिक्षा मंत्रालय ने अपनी मान्यता दे दी है। इस कोर्स का लाभ उन्हीं शिक्षकों को मिल सकेगा जो 28 नवंबर 2023 से पहले प्राथमिक शिक्षक की नौकरी कर रहे हैं