लखनऊ। प्रदेश में बृहस्पतिवार से मौसम यू टर्न लेगा। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से पूर्वी-तराई इलाकों के 45 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक संग बूंदाबांदी के आसार हैं। बुधवार को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में पूर्वा हवाएं चलीं और बादलों की आवाजाही संग संतकबीर नगर, बहराइच, चुर्क आदि में छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिली ।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक बृहस्पतिवार को पश्चिमी विक्षोभ के असर से पूर्वा और पछुआ हवा में प्रतिक्रिया होगी। इससे बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल में बढ़ोतरी होगी।
इससे दिन के पारे में 2 से 4 डिग्री की गिरावट के संकेत हैं।
हालांकि रात के पारे में बढ़त देखने को मिलेगी। जिन इलाकों में बारिश होगी, वहां 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चलेगी।
कहीं-कहीं वज्रपात के भी आसार हैं। यूपी के विभिन्न इलाकों में बूंदाबांदी का यह दौर 13 अप्रैल तक चलने की संभावना है।
इन जिलों में है गरज-चमक संग वज्रपात की आशंका :
प्रतापगढ़, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या समेत कई इलाके हैं।
कानपुर: 54 साल में सबसे गर्म रही नौ अप्रैल की रात
कानपुर। 54 साल में नौ अप्रैल 2025 की रात सबसे गर्म रही। सीएसए के मौसम विभाग के पास 54 साल का आंकड़ा उपलब्ध है। विभाग के मुताबिक, अब तक नौ अप्रैल को कभी न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस पर नहीं पहुंचा। विभाग के मौसम तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि इसके पहले नौ अप्रैल को सबसे अधिक न्यूनतम तापमान वर्ष 2006 में 22.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। विभाग ने अनुमान जारी किया है कि आने वाले दिनों में रात और दिन का तापमान और बढ़ने के आसार हैं। बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। अगले तीन दिन लू चलने के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी से नमी लेकर आ रहीं हवाओं की वजह से बादल और नमी बढ़ी है। ब्यूरो