फतेहगंज पूर्वी। प्रधानाध्यापक ने खुद को बेगुनाह बताकर इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। उसने घटना को प्रधान से मिड-डे मील विवाद की वजह से प्रायोजित बताया है। प्रधानाध्यापक ने एक छात्रा के माता पिता व 15 से 20 अज्ञात ग्रामीणों को आरोपी बनाया है। बताया है कि वह अपने स्कूल में पढ़ा रहे थे। तब ये सब लोग स्कूल में आ गए। नशे की हालत में एक आरोपी ने कहा कि तू हमारे प्रधान को मिड-डे मील में हिस्सा नहीं देगा, फिर इन लोगों ने लाठी व बांका से हमला कर दिया, जिससे उसका सिर फट गया। आरोप लगाया कि उसके पीछे आरोपी की बेटी अपनी सहेली के साथ आई थी। उसी मकान में एक किरायेदार भी रहती है। उसी महिला ने गेट खोला था। लड़कियों ने खुद चाय बनाकर पी थी, जिस दौरान वह महिला मौजूद रही। उसे साजिशन फंसाने को घटनाक्रम बनाया गया है।
फतेहगंज पूर्वी के बहाने लाया, ले गया कटरा
फतेहगंज पूर्वी। छात्राओं के परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटियों के आधार कार्ड में कोई संशोधन नहीं होना था। प्रधानाध्यापक की मंशा ही गलत थी। वह संशोधन का बहाना बनाकर बेटियों को साथ ले गया था। जब बाइक से वह लोग फतेहगंज पूर्वी पहुंच गए तो उसने बाइक मीरानपुर कटरा बता दी। बेटियों ने पूछा था कि आप तो फतेहगंज कहकर लाए थे तो अब कहां ले जा रहे हो। प्रधानाध्यापक ने कहा कि यहां संशोधन नहीं होता है, मीरानपुर कटरा में ही होगा। ग्रामीणों का कहना है कि शिक्षक ने खुद ही दीवार में सिर मारकर चोट मार ली जिससे छात्राओं के परिजनों पर झूठी रिपोर्ट लिखवा सके। संवाद