यूपी बोर्ड और एनटीए मिलकर नकल माफिया को करेंगे ‘फेल’

 

प्रयागराज। पिछले साल नीट-यूजी का पेपर लीक होने के बाद विवादों के घेरे में आई नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने अपनी व्यवस्था में बड़ा फेरबदल किया है। जेईई-मेन, नीट-यूजी, सीयूईटी और यूजीसी-नेट आदि परीक्षाएं नकलविहीन और शुचितापूर्ण कराने के लिए पहली बार राज्य और जिलास्तरीय समितियां गठित की गई हैं। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश में नकल माफिया की कमर तोड़ने के लिए यूपी बोर्ड एनटीए के अफसर एकसाथ मिलकर काम करेंगे।

ये भी पढ़ें - स्कूल में साफ सफाई पर संकट:शिक्षक और रसोइया करते है सफाई, दो साल से मांग पर नहीं हुई कार्रवाई

ये भी पढ़ें - राज्य स्तरीय क्रीडा प्रतियोगिता वर्ष 2024-25 हेतु खेलों के सम्पादन हेतु समय सारिणी के सम्बन्ध में।

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने एनटीए की ओर से यूपी के विभिन्न जिलों में आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं को पारदर्शिता एवं सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए राज्यस्तरीय समन्वय समिति में नोडल अधिकारी के रूप में यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह को नामित किया है। राज्य पुलिस प्रतिनिधि के रूप में पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था एलआर कुमार को नामित किया गया है। राज्य और जिला स्तरीय समिति के नेतृत्व में जेईई मेन्स 2025 के पहले सत्र की परीक्षा जनवरी अंत में कराई भी जा चुकी है।

सभी डीएम और पुलिस अफसरों को निर्देश

प्रयागराज। शासन के विशेष सचिव वीके सिंह ने 24 फरवरी को सभी जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक को राज्य/जिला स्तरीय समन्वय समिति के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पत्र के अनुसार महानिदेशक राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी, शिक्षा मंत्रालय ने आगामी नीट यूजी 2025, जेईई (मेन), सीयूईटी व अन्य सभी परीक्षाओं के सफल, शान्तिपूर्ण एवं शुचितापूर्ण संचालन के लिए राज्य/जिला स्तरीय समन्वय समिति के निर्देशों/उत्तरदायित्वों का अनुपालन एवं सुरक्षा-व्यवस्था किए जाने का अनुरोध किया है।


राज्यस्तरीय समन्वय समिति की जिम्मेदारियां

● मुख्य सचिव, डीजीपी और डीजी-एनटीए के बीच हॉटलाइन स्थापित करना।


● पेपर लीक माफिया के गठजोड़ को तोड़ने के लिए एक एकीकृत रणनीति तैयार करना।


● परीक्षाओं के लिए एक परीक्षा-विशिष्ट रणनीति तैयार करना, ताकि निष्पक्ष, पारदर्शी और त्रुटि रहित परीक्षा सुनिश्चित की जा सके।


● सुनिश्चित करें कि जिला स्तरीय समितियों का गठन और संचालन हो रहा है।


● हर बड़ी परीक्षा के बाद जिला स्तरीय समिति के प्रदर्शन की समीक्षा करें।


● जिला स्तरीय समिति की टिप्पणियों और सुझावों के आधार पर एक समेकित रिपोर्ट एनटीए को आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रस्तुत करें।


डीएम की अध्यक्षता में बनी जिला समिति


एनटीए के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समन्वय समिति गठित की गई है। इसमें जिले के पुलिस विभाग के मुखिया, एनटीए के जिला नोडल अधिकारी, शिक्षा अधिकारी, जिला आईबी अधिकारी (डीसीआईओ/एडी) और एनआईसी अधिकारी शामिल हैं। जिला समिति की जिम्मेदारी पिछले वर्ष आयोजित परीक्षाओं की गहन जांच के बाद उपयुक्त परीक्षा केंद्रों की पहचान करना है। केंद्रों का सुझाव देते समय संचालकों की पृष्ठभूमि का विश्लेषण, पेपर लीक की पिछली घटनाएं और खुफिया ब्यूरो/स्थानीय खुफिया इकाई (एलआईयू) के इनपुट पर विचार करना होगा