अररिया : अखबार व सब्जी बेचकर पत्नी को शिक्षिका बनाया। उम्मीद थी कि दोनों बच्चों की परवरिश बेहतर तरीके से हो सकेगी और घर में खुशहाली आएगी। उसने कभी नहीं सोचा था कि नौकरी मिलने के बाद पत्नी बेवफा निकल जाएगी। पति व बच्चों को ठुकराकर दूसरे के साथ चली जाएगी। महिला के पति पूर्णिया जिला के केनगर थाना क्षेत्र स्थित एक गांव के हैं। उनकी पत्नी बौंसी थाना क्षेत्र के एक गांव में पंचायत शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं। स्कूल के समीप गांव में एक किराये के मकान में रहकर स्कूल आती-जाती थी। मंगलवार को वह पड़ोस के सुनील राम के साथ फरार हो गई। पीड़ित पति ने डीईओ, डीएम व बौंसी थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
विद्यालय से तीसरे दिन भी बिना सूचना की अनुपस्थित रही शिक्षिका, बौंसी पुलिस शिक्षिका की कर रही तलाश
पीड़ित पति के अनुसार उसकी पत्नी को पड़ोस का सुनील राम बहकाकर ले गया है। सुनील के माता-पिता की भी इसमें सहमति है। तीन दिन बाद भी उसका कहीं पता नहीं चल सका है। पीड़ित पति नेबताया कि 2008 में नियोजन में पंचायत पहुंसरा में शिक्षिका पद पर आवेदन दिया था। किसी कारण से उस साल नियोजन नहीं सका था। हाईकोर्ट में मुकदमा लड़कर केस जीतने के बाद कोर्ट के आदेश पर 2018 में उसका नियोजन पंचायत शिक्षिका के रूप में हुआ। शिक्षिका पद पर योगदान देने के बाद करीब सात-आठ माह तक वेतन नहीं मिला था। केस-मुकदमा, बच्चे की परवरिश व घर खर्चा चलाना मुश्किल हो गया था। सुबह में अखबार बांटते थे और दिनभर सब्जी बेचकर पत्नी व परिवार का खर्चा चलाते थे। कर्ज का बोझ काफी बढ़ गया। बैंक से ऋण, दोस्तों आदि से कर्ज लेकर किसी तरह काम चलाते रहे।
• स्कूल के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार ने बताया कि तीसरे दिन भी शिक्षिका स्कूल से बिना सूचना अनुपस्थित रही। विभाग को मामले से अवगत कराया जा रहा है