बागपत। यूपी बोर्ड परीक्षा नजदीक आते ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। परीक्षा केंद्र व्यवस्थापकों को 10 फरवरी तक शिक्षकों की सूची उपलब्ध करानी होगी, ताकि उनकी ड्यूटी समय पर लगाई जा सके। परीक्षा में 50 प्रतिशत स्टाफ बाहरी रहेगा, और यदि शिक्षकों की कमी होती है, तो परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को भी परीक्षा ड्यूटी में लगाया जाएगा।
परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू होंगी। परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिए डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) कार्यालय की ओर से पूरी तैयारी की जा रही है।
इस बार जिले में 38 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां हाईस्कूल के 14,785 और इंटरमीडिएट के 15,051 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा केंद्रों पर पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मुख्य केंद्र व्यवस्थापक के साथ बाहरी केंद्र व्यवस्थापक भी नियुक्त किए जाएंगे।
शिक्षकों की सूची जमा करने के निर्देश
कक्ष निरीक्षकों की तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इसके लिए सभी स्कूलों से शिक्षकों का विवरण मांगा गया है। करीब 50 प्रतिशत स्टाफ बाहरी रखा जाएगा। स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे शिक्षकों के नाम, नियुक्ति की तारीख, पढ़ाए जाने वाले विषय और मोबाइल नंबर सहित पूरी सूची उपलब्ध कराएं।
डीआईओएस धर्मेंद्र कुमार सक्सेना ने बताया कि शिक्षकों की सूची मिलते ही ड्यूटी लगा दी जाएगी। परीक्षा केंद्रों पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, ताकि परीक्षा सुचारू और नकलमुक्त तरीके से संपन्न हो सके।