छात्रवृत्ति परीक्षा में 14493 मेधावी सफल

प्रयागराज। राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति योजना परीक्षा 2025-26 का परिणाम घोषित कर दिया गया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी के अनुसार परिणाम शुक्रवार दोपहर से दस मार्च तक वेबसाइट www.entdata.co.in पर उपलब्ध होंगे। छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में चयनितों का ग्राफ पिछले साल की तुलना में गिरा है।



उत्तर प्रदेश के राजकीय, सहायता प्राप्त और स्थानीय निकाय के स्कूलों में आठवीं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए निर्धारित 15143 सीटों के सापेक्ष 14493 मेधावियों का चयन मेरिट में हुआ है। तमाम कोशिशों के बावजूद 650 सीटें खाली रह गईं। प्रयागराज में 494 सीटों के सापेक्ष 486 और प्रतापगढ़ 319 सीटों पर 313 बच्चे चुने गए हैं, वहीं कौशाम्बी में 105 सीटों पर 103 बच्चे सफल हुए हैं।


दस नवंबर को आयोजित परीक्षा में पंजीकृत 157013 विद्यार्थियों में से 1,23,974 सम्मिलित हुए थे। वैसे तो इनमें से 36042 उत्तीर्ण हैं लेकिन 14493 का ही मेरिट के अनुसार चयन हो सका है। सफल छात्र-छात्राओं को कक्षा नौ से 12 तक प्रति माह एक हजार या प्रतिवर्ष 12 हजार रुपये पढ़ाई के लिए मिलेंगे।


2024 की छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए पंजीकृत 188227 विद्यार्थियों में से 157622 उपस्थित हुए थे। 2023 में आवेदन करने वाले 1,79,971 विद्यार्थियों में से 1,45,702 परीक्षा में शामिल हुए थे। 2022 में मात्र 38,837 बच्चों ने फॉर्म भरा था और 15,143 सीटों के सापेक्ष केवल 6456 ही छात्रवृत्ति हासिल कर सके थे।


पिछले साल से गिरा चयनितों का ग्राफ


छात्रवृत्ति योजना परीक्षा में चयनितों का ग्राफ पिछले साल की तुलना में गिरा है। 2024 की परीक्षा में निर्धारित 15143 सीटों के सापेक्ष 14896 मेधावियों को सफलता मिली थी और 247 सीटें खाली रह गई थी। 2023 में 14090 मेधावी सफल हुए थे। 2022 में केवल 6456 बच्चे ही छात्रवृत्ति के लिए चुने गए थे।


ओएमआर के कारण जल्दी आया परिणाम


परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 2024 की छात्रवृत्ति परीक्षा ओएमआर शीट पर कराई थी जिसके कारण परिणाम चार महीने में घोषित हो गया। उससे पहले आईसीआर पर परीक्षा होने के कारण परिणाम जारी होने में देरी होती थी। पांच नवंबर को आयोजित 2023 की परीक्षा का परिणाम 24 अप्रैल 2024 को घोषित हो सका था। इसी प्रकार पूर्व के वर्षों में भी बहुत देरी होती थी।


कई जिलों का प्रदर्शन खराब


छात्रवृत्ति परीक्षा के परिणाम में कई जिलों का प्रदर्शन खराब है। बिजनौर में 338 सीटों के सापेक्ष 259 बच्चों का चयन हुआ और 79 सीट खाली चली गई। अमरोहा में निर्धारित 198 सीटों के सापेक्ष केवल 150 बच्चे ही मेरिट में जगह बना सके हैं। यहां 48 सीटें खाली चली गई। बहराइच में 172 सीटों के सापेक्ष 155, एटा 145 सीटों पर 122, फिरोजाबाद 176 सीटों पर 141, गाजियाबाद 145 सीटों पर 131, हाथरस में 157 सीटों पर 139, जालौन 163 सीटों पर 145, कानपुर देहात 333 सीटों पर 314, मथुरा 165 सीटों पर 130, मेरठ 217 सीटों पर 192, मुरादाबाद 228 सीटों पर 190, रामपुर में 133 सीटों पर 107, संभल में 150 सीटों पर 113 बच्चे चुने गए हैं।


कई जिलों में शत-प्रतिशत सफलता


इस प्रतिष्ठित परीक्षा में कई जिलों का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। बलिया में 251, चंदौली 204, देवरिया 235, कुशीनगर 254, मऊ 147, संत कबीरनगर 122 और वाराणसी में 269 बच्चे चुने गए हैं। इन जिलों में छात्रवृत्ति की इतनी ही सीटें निर्धारित है।