सहारनपुर। परिषदीय विद्यालयों की कृषि भूमि से प्राप्त होने वाली आय में झोल सामने आया है। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग द्वारा अभी तक मंडल के मुजफ्फरनगर जनपद के विद्यालयों की कृषि भूमि से होने वाली आय का ऑडिट किया गया है। मात्र 21 विद्यालयों की कृषि भूमि से आय में 1.42 करोड़ रुपये से अधिक की चोरी की आशंका दर्शाई गई है।
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सहारनपुर और शामली में भी गड़बड़ी की आशंका है। अब यहां भी ऑडिट शुरू होगा। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग ने जिन विद्यालयों की कृषि भूमि से प्राप्त होने वाली आय में घपले की आशंका जताई है। उनका जिक्र भी अपनी रिपोर्ट में किया है। रिपोर्ट के अनुसार उत्तर माध्यमिक विद्यालय न्यासू, चरथावल में बीते वर्षों में 50 बीघा भूमि कृषि योग्य दर्ज थी। ऑडिट के दौरान विद्यालय द्वारा बताया गया है कि 18 बीघा भूमि कृषि योग्य थी, जिस पर खेल मैदान है। विद्यालय का यह जवाब अनियमित एवं आपत्तिजनक रहा है, क्योंकि इतनी भूमि पर खेल का मैदान होने का औचित्य नहीं है।
खसरा खतौनी में पीएनबी में खुले खाते में 45,045 की धनराशि मिली। इससे साबित है कि भूमि से आय प्राप्त होती थी। इसी प्रकार उच्च प्राथमिक विद्यालय बधाई खुर्द के नाम 1.1900 हेक्टेयर भूमि से 2017 में कोई आय नहीं दर्शाई गई है, जबकि बैंक खाते में 4.90 लाख रुपये से अधिक हैं। 2017 में कोई आय नहीं होना बताया जाना संतोषजनक नहीं है। ऐसे सभी नौ विकास क्षेत्रों के 21 विद्यालय अभी तक सामने आए हैं, जिनकी कृषि भूमि की आय में गड़बड़ी की आशंका जताई गई है।