उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के तीन दिवसीय राज्य सम्मेलन का शुभारंभ
आगरा। भावी पीढ़ियों का भविष्य बनाने का दायित्व शिक्षकों पर है। वह अपने ज्ञान और कौशल से बच्चों के कौशल को निखारें। शिक्षक की भूमिका पहले जैसी नहीं रही है। तकनीक ने बदलाव किया है। सूचना देना और शिक्षित करने के बीच बड़ा अंतर होता है। यह अंतर हमें समझना चाहिए। अपनी छवि बनाकर रखें शिक्षक, उन पर बड़ी जिम्मेदारी है।
मंगलवार को मुफीद-ए-आम इंटर कॉलेज में आयोजित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस संदेश के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की। बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि शिक्षक अपने ज्ञान और कौशल से बच्चों के भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि नेताओं की करनी और कथनी में अंतर होने के कारण ही नेताओं का विश्वास खत्म होता चला गया। इसी संकट को खत्म करने के लिए आश्वासन देने में विश्वास नहीं करता हूं। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण भी एक शिक्षक थे। वह अर्जुन का मार्गदर्शन करने में कामयाब रहे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक को हर
समय आंदोलन नहीं करना चाहिए, अपितु शासन को शिक्षकों की चिंता करनी चाहिए। उन्होंने शिक्षक संघ के पुराने नेताओं का स्मरण किया और उनके संघर्ष को अनुकरणीय बताया। कहा कि वह शिक्षक हैं तो हमेशा इसे याद रखते हैं। शिक्षकों की जो जायज मांग होगी, उसके बारे में मुख्यमंत्री जरूर विचार करेंगे।
इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विशिष्ट अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने तीन दिवसीय सम्मेलन का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। संघ के महामंत्री नरेंद्र कुमार वर्मा ने वर्ष की रिपोर्ट प्रस्तुत की। शिक्षक नेताओं की तरफ से पुरानी पेंशन बहाली के साथ कई समस्याओं को रखा गया।
नकल अध्यादेश हटाया तो चुनाव हारा: रक्षा मंत्री ने पुराने संस्मरणों का जिक्र किया। नकल अध्यादेश लाने और नकल पर अंकुश लगाने के प्रयासों को बताया। कहा कि बच्चों का भविष्य नकल से खराब नहीं होना चाहिए। वह अपने फैसले पर आज तक कायम हैं। हालांकि इसके बाद हुए चुनाव में वह बख्शी तालाब से चुनाव हार गए थे, लेकिन इससे उन्हें अपने फैसले के बारे में मजबूती ही मिली।
ये भी रहे मौजूद माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी, डॉ. दिनेश शर्मा, मुकेश शर्मा, भीष्म भद्र लवानियां, अजय शर्मा, उत्तम कुमार शर्मा, डॉ. विशाल आनंद, प्रवीण शर्मा, संदीप परिहार, रमेश चंद्र शर्मा, कृष्णा यादव, आलोक जैन, जितेंद्र शर्मा, सुधीर जैन, तरुण शर्मा, हरिशंकर, विदुषी सिंह, विमल शर्मा, प्रभात, राकेश सारस्वत, मोहम्मद जमीर आदि मौजूद रहे।