नए साल के पहले पखवाड़े में मोदी सरकार ने एक दर्जन अहम फैसले लिए। इनमें किसानों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाने से लेकर विकसित भारत मिशन के मद्देनजर बुनियादी ढांचे और वैज्ञानिक अनुसंधान से जुड़े कदम शामिल हैं। साथ ही, भारत की सांस्कृतिक विविधता को दुनिया के सामने लाने का काम किया है।
किसान कल्याण और कृषि: वर्ष के पहले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में किसानों के लिए किफायती उर्वरक मूल्य सुनिश्चित करते हुए डीएपी के लिए एकमुश्त विशेष पैकेज के विस्तार को मंज़ूरी दी गई।
बुनियादी ढांचा व परिवहन: पांच जनवरी को गाजियाबाद के साहिबाबाद को दिल्ली के न्यू अशोक नगर से जोड़ने वाले नमो भारत ट्रेन कॉरिडोर के उद्घाटन और ओडिशा, तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर में कई रेल बुनियादी ढांचे के विकास के साथ बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं ने गति पकड़ी। 13 को सोनमर्ग सुरंग शुरू की।
ऊर्जा एवं विज्ञान: सात जनवरी को प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश में दो ऐतिहासिक परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इनमें आयातित दवा सामग्री पर निर्भरता कम करने के लिए 1,877 करोड़ रुपये की पहल बल्क ड्रग पार्क और ग्रीन हाइड्रोजन हब शामिल है। मकसद प्रतिदिन 1,500 टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करना है। ये प्रयास भारत को अक्षय ऊर्जा और दवा निर्माण में अग्रणी बनाते हैं।
शिक्षा एवं आवास सुविधा
प्रधानमंत्री ने तीन जनवरी दिल्ली में इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन प्रोजेक्ट के तहत 1,675 नवनिर्मित फ्लैट लाभार्थियों को सौंपे। इससे हजारों परिवारों के लिए रहन-सहन की बेहतर स्थिति सुनिश्चित हुई। उन्होंने 600 करोड़ रुपये से अधिक की तीन परिवर्तनकारी शैक्षणिक परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इनमें सूरजमल विहार में पूर्वी परिसर, द्वारका में पश्चिमी परिसर और नजफगढ़ में वीर सावरकर कॉलेज शामिल हैं।
ग्रामीण विकास और एआई
चार जनवरी को ग्रामीण भारत महोत्सव के दौरान ग्रामीण विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता केंद्र में रही। इसमें जीआई-प्रमाणित ग्रामीण उत्पादों को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिया गया। इस बीच मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला सहित वैश्विक तकनीकी नेताओं के साथ बातचीत की, जिन्होंने भारत में एआई इंफ्रास्ट्रक्चर में तीन बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा की।