यूपी बोर्ड के पांच बाबुओं पर एफआईआर, शिक्षक भर्ती में सत्यापन में हुआ था फर्जीवाड़े का भंडाफोड़


प्रयागराज,  राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) के पद पर भर्ती दिलवाने के नाम पर कई परीक्षार्थियों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के मूल रिकॉर्ड बदलने के मामले में यूपी बोर्ड के पांच बाबुओं के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई गई है।



यूपी बोर्ड के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय के उपसचिव अतुल कुमार सिंह ने सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह, सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी राजेश कुमार, प्रशासनिक अधिकारी आत्म प्रकाश त्रिपाठी, सेवानिवृत्त प्रधान सहायक प्रमोद कुमार और कनिष्ठ सहायक राकेश कुमार केसरवानी के खिलाफ एफआईआर कराई है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने अक्तूबर 2016 में इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। अधिकारियों ने मामले की जांच की।

सत्यापन में हुआ था फर्जीवाड़े का भंडाफोड़

इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा एक 1999 में हाईस्कूल पास (रोल नंबर 1037190) विनोद कुमार यादव का शिक्षक भर्ती में चयन होने के बाद बीएसए ने वर्ष 2016 की शुरुआत में क्षेत्रीय कार्यालय से सत्यापन रिपोर्ट मांगी थी। शुरुआत में दागी बाबुओं ने विनोद यादव को यह कहते हुए भगा दिया कि उसके दस्तावेज नकली है। विनोद ने अपर सचिव प्रमोद कुमार से शिकायत कर दी।