आयात शुल्क बढ़ने से और महंगा होगा सोना: गोल्ड पहुंचा 83 के पार, देखें आज सोने का रेट: Gold Rate/ Gold Price

 

सोना 83,750 के नए शिखर पर पहुंचा

नई दिल्ली, एजेंसी। आभूषण और खुदरा विक्रेताओं की भारी लिवाली के कारण बुधवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 910 रुपये चढ़कर 83,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।


एक जनवरी से देखा जाए तो सोना 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम से 4,360 रुपये बढ़कर 83,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। 99.5 शुद्धता वाला सोना भी बुधवार को 83,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।

केंद्रीय बजट में सोने पर सरकार का क्या रवैया होगा इसको लेकर सर्राफा बाजार, निवेशकों, आभूषण खरीदारों की लगातार नजर बनी हुई है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि बजट में सरकार सोने पर आयात शुल्क बढ़ा सकती है।



बाजार के जानकारों को आशंका है कि अगर बजट में सोने पर सीमा शुल्क बढ़ाने का ऐलान होता है तो सोने का आयात महंगा हो जाएगा।


मामले से जुड़े तमाम अर्थशास्त्रित्त्यों का तर्क है कि शुल्क कटौती ने सोने की खपत तो बढ़ी है, लेकिन घरेलू निर्यात में वृद्धि नहीं हुई। सोने की बढ़ी खपत ने राजकोषीय घाटे को बढ़ा दिया। इससे रुपया डॉलर के मुकाबले 87 के करीब गिर गया है।


दिसंबर में जारी नवंबर 2024 के व्यापार आंकड़ों से भारत के व्यापार घाटे में रिकॉर्ड ऊंचाई का पता चला, जिसकी वजह बड़े पैमाने पर सोने का आयात था।


शुरुआती अनुमानों से पता चला है कि सोने का आयात 14.8 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो कुल व्यापारिक आयात का 21 था। बाद में हुई आकंड़ों की गणना में मिली चूक का पता लगने के बाद भी हुए संशोधन के बावजूद, सोने का आयात देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंताजनक बना हुआ है।


बजट 2024 में सरकार ने सोने पर सीमा शुल्क घटा दिया। इससे अटकलें लगाई जाने लगीं कि सरकार ने अनौपचारिक रूप से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना को खत्म कर दिया है। आखिरी गोल्ड बॉन्ड इश्यू 12 फरवरी, 2024 को आया था। उस वक्त बॉन्ड 6,262 रुपये प्रति ग्राम की दर से जारी किया गया था। गोल्ड बॉन्ड योजना 2015 में मूल रूप से भौतिक सोने की मांग को कम करने के लिए शुरू की गई थी।


संभावित विकल्प


1. डिजिटल गोल्ड उत्पाद, 2. गोल्ड म्यूचुअल फंड


3. गोल्ड ईटीएफ, 4. गोल्ड सेविंग प्लान


जुलाई में आयात शुल्क नौ फीसदी घटाया था

वित्त मंत्री ने पिछले साल जुलाई के बजट में सोना और चांदी पर आयात शुल्क 15 से घटाकर छह फीसदी कर दिया था। यह अब तक की सबसे बड़ी कटौती थी और 2013 के बाद पहली बार ऐसा हुआ था कि आयात शुल्क 10 से नीचे आ गया। इस कटौती के साथ आभूषण उद्योग में आशा की लहर आ गई थी।


कटौती के बाद सोने के आयात में इजाफा हुआ

इस कटौती के बाद सोने का आयात बढ़ा, लेकिन रत्न और ज्वेलरी निर्यात में उम्मीद के मुताबिक बढ़ोतरी नहीं हुई। अगस्त 2024 में सोने का आयात लगभग 104 फीसदी बढ़कर 10.06 अरब डॉलर हो गया, जबकि इसी अवधि में रत्न और ज्वेलरी निर्यात में 23 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई।



जुलाई 2024 से सोने का आयात


महीना आयात (टन में)


जुलाई 43.6


अगस्त 136


सितम्बर 59.7


अक्तूबर 86


नवंबर 117


दिसंबर 50 (अनुमानित)