बरेली। सरकारी स्कूलों में कहीं शौचालय नहीं हैं तो कहीं पर रसोई घर और चाहरदीवारी का इंतजाम नहीं है। फर्श भी टूटी पड़ी है। ऐसे विद्यालयों के चिह्नित कर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नगर निगम को सूची भेजी है। इसी सूची के आधार नगर निगम ने 15 विद्यालयों में कायाकल्प योजना के तहत काम कराए जाने की स्वीकृति दी है। इन पर करीब एक करोड रुपये खर्च होने का अनुमान है। कोई अड़चन न पड़ी इसी साल विद्यालय चमक जाएंगे। अधिशासी अभियंता राजीव कुमार राठी ने बताया कि अब तक 27 विद्यालयों में काम कराया गया है। जो विद्यालय रह गए हैं, उनके लिए एस्टीमेट बन रहे हैं।
इन विद्यालयों में है काम कराए जाने की जरूरत
सुभाषनगर, जोगीनेवादा, कालीबाड़ी, हरुनगला, कंजादासपुर, जगतपुर, बेनीपुर चौधरी, परसाखेड़ा, नई कोतवाली, हजियापुर, इज्जतनगर, कांकरटोला, बालजती, सरनिया स्थित प्राथमिक और जूनियर हाई स्कूलों में काम कराए जाने हैं।
इन कार्यों की जरूरत
बाउंड्री वाॅल, बालिका शौचालय, रसोईघर, दिव्यांग शौचालय, सबमर्सिबल पंप, हैंडवॉश यूनिट, अध्ययन कक्षों की पुताई, विद्यालय परिसरों की मरम्मत होनी है। प्रत्येक विद्यालय में अलग-अलग काम होना है।