उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की 22 दिसंबर को प्रस्तावित पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रयागराज में प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय नैनी और उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय फाफामऊ को भी केंद्र बनाया गया है। जिले में 51 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नैनी, आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय पीजी कॉलेज नैनी भी शामिल है।
यह पहला मौका है जब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेजों और आईटीआई में भी कराई जाएगी। इनके अलावा राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों को केंद्र बनाया गया है। शहर में समुचित संख्या में केंद्र नहीं मिलने पर करछना, सोरांव और सहसों तक के स्कूल केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन इस बात का खास ध्यान रखा गया है कि सभी केंद्र मुख्य मार्ग पर ही हैं। पीसीएस की तैयारियों को लेकर सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट स्थित संगम सभागार बैठक आयोजित की गई। लोक सेवा आयोग के अधिकारी की मौजूदगी में सह केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा संचालन संबंधित निर्देश दिए गए। परीक्षा के लिए नियुक्त अन्तरीक्षकों और सहयोगी अन्तरीक्षकों को 19 दिसंबर को आवंटित परीक्षा केंद्र पर होने वाली ब्रीफिंग में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। खास बात यह है कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के स्कूलों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है। 11 फरवरी को आरओ/एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षा का पेपर बिशप जानसन गर्ल्स विंग कटरा से लीक हो गया था। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा रविवार को दो सत्रों में (सुबह 0930 से 1130 बजे एवं अपरान्ह 0230 से 0430 बजे तक) आयोजित की जाएगी।
वित्तविहीन स्कूल के शिक्षकों को दी जिम्मेदारी
परीक्षा आयोजन के संबंध में 19 जून को जारी गाइडलाइन के अनुपालन में पीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा के लिए किसी भी वित्तविहीन स्कूल को केंद्र नहीं बनाया गया है। हालांकि राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में पर्याप्त प्रधानाचार्य और शिक्षक होने के बावजूद परीक्षा ड्यूटी में वित्तविहीन स्कूल के शिक्षकों को भी लगा दिया गया है।