हाईटेंशन लाइन से बच्चों को खतरा

 

श्रावस्ती, टीम। परिषदीय स्कूलों के ऊपर से निकल रही बिजली की लाइन छात्रों पर खतरा बनी हुई है। स्कूल के बीच में गड़े खंभे और स्कूल के बाहर खुले में रखे ट्रांसफार्मर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। लेकिन बिजली लाइन को हटाने का कोई प्रबंध नहीं कराया जा रहा है।


जमुनहा विकास खंड के लाल बोझा दर्वेश गांव के मजरा दरवेश गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय, कम्पोजिट विद्यालय सागर गांव, कम्पोजिट विद्यालय सोनपुर कला, कम्पोजिट विद्यालय कुम्हारन पुरवा गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। कहीं पर विद्यालय की चहारदीवारी तो कहीं पर विद्यालय के बीचों-बीच से हाईटेंशन लाइन निकली है। स्कूल के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन बच्चों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बनी हुई है। इसी के नीचे बच्चे खेलते और पढ़ाई करते हैं। जिससे हर वक्त बड़े हादसे का डर बना रहता है। विद्यालय के शिक्षक और अभिभावक कई बार इस समस्या को संबंधित विभागों के संज्ञान में ला चुके हैं। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। बच्चे तो सुरक्षित माहौल में पढ़ाई करना चाहते हैं। लेकिन हाईटेंशन लाइन के नीचे पढ़ाई और खेलकूद कराना उनकी मजबूरी है।



इतना ही नहीं कई विद्यालयों के बाहर खुले में ट्रांसफार्मर रखे हैं।

जिससे बच्चों को खतरा बना रहता है। इसी तरह से गिलौला शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल पिपरी के स्कूल के गेट के पास बिजली का ट्रांसफार्मर रखा है। वहीं सियाराम पटवारी इंटर कालेज तुलसीपुर के बीचो बीच हाईटेंशन लाइन निकली है। जबकि इकौना क्षेत्र के कंपोजिट स्कूल डिंगुरा जोत, प्राथमिक स्कूल राजगढ़ गुलरिहा, कंपोजिट स्कूल कटरा, कंपोजिट विद्यालय कन्या कटरा के ऊपर से भी बिजली लाइन निकली है। इससे बच्चों को खतरा बना रहता है।


जंग लगने से कट गया खंभा कभी भी गिर सकता है: कटरा। शिक्षा क्षेत्र इकौना के कई परिषदीय विद्यालय में बिजली का जर्जर पोल दुर्घटना को दावत दे रहा है। कटरा चौराहे पर लोहे के पोल पूरी तहर से जंग लगने से कट चुका है जो किसी भी समय गिर सकता हैं। पोल के पास हर क्षण लोगों के जान माल का खतरा बना हुआ है।


जिले में कुल 29 विद्यालय है जिनके ऊपर से बिजली की हाईटेंशन लाइन गुजरती है। जिसके लिए बिजली विभाग से लाइन हटवाने के लिए इस्टीमेट बनवा लिया गया है। बजट के लिए इस्टीमेट शिक्षा निदेशालय भेज दिया गया है। जैसे ही बजट प्राप्त होता है बिजली लाइने हटवा दी जाएंगी।


– अजय कुमार, जिला बेसिक शिक्षा