शिक्षकों की गैरमौजूदगी में टीम से डर रहे बच्चे
आकलन के समय मौजूद रह सकते हैं शिक्षक
लखनऊ। परिषदीय स्कूलों के बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता परखने के लिए निपुण आकलन हो रहा है। इसके लिए विद्यालय में पहुंचने वाली टीम शिक्षकों को आकलन के दौरान मौजूद रहने के लिए मना कर रही है। बिना शिक्षक के कक्षा एक और दो के छोटे बच्चे अपने आपको असहज महसूस कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि टीम के सामने बच्चे डर रहे हैं, इससे बच्चों का परिणाम गड़बड़ाएगा तो उनकी जिम्मेदारी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ऊपर से शिक्षकों पर रोक का कोई आदेश नहीं है।
निपुण बनने के लिए छात्र का निपुण टेस्ट में पास होना चाहिए। इसमें गणित कक्षा एक और दो के लिए संख्या ज्ञान, संख्यात्मक पैटर्न,
संख्यात्मक क्रियाएं, आकर पहचान पर विशेष जोर दिया गया है। गणित में नोट और सिक्कों का प्रयोग भी शामिल हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत बार राजधानी के 321 सरकारी स्कूलों में कक्षा एक और दो के बच्चों का आकलन हो रहा है।
बच्चों के आकलन के समय शिक्षकों को मौजूद रहना है। बस वे बच्चों को कुछ भी बताएंगे नहीं। प्रशिक्षु अगर किसी भी शिक्षक को रोकते हैं तो इसकी सूचना कार्यालय में शिक्षक दे सकते हैं।
राम प्रवेश, बीएसए