लंबित भर्ती परीक्षाएं कराए जाने के साथ कई नई भर्तियों के विज्ञापन भी जारी करने की तैयारी
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग
ने सभी विभागों से शिक्षकों के रिक्त पदों का ब्योरा मांगा है। विभागों की ओर से अधियाचन मिलने के बाद आयोग नई भर्तियों के लिए विज्ञापन जारी करेगा। महाकुंभ के बाद आयोग नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है।
फिलहाल, आयोग के सामने पहली चुनौती लंबित भर्ती परीक्षाओं को पूरी कराने की है। आयोग ने अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती के लिए 15 व 16 फरवरी को परीक्षा तिथि प्रस्तावित की है। वहीं, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी के 3539 पदों के लिए चार-पांच अप्रैल और पीजीटी के 624 पदों के लिए 11-12 अप्रैल को परीक्षा तिथि निर्धारित की है।
लंबित भर्ती परीक्षाएं पूरी कराने के बाद आयोग नई भर्तियां शुरू करेगा। आयोग ने परिषदीय विद्यालयों, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों, व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों, अटल आवासीय विद्यालयों, अशासकीय महाविद्यालयों और अल्पसंख्यकों स्कूलों व कॉलेजों में शिक्षक भर्ती के लिए संबंधित विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांग लिया है। विभागों ने भी रिक्त पदों की गणना
शुरू करा दी है। माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए आयोग को मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत
में अधियाचन मिल सकते हैं। वहीं, अशासकीय महाविद्यालयों में जून के अंत या जुलाई की शुरुआत में उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से शिक्षा सेवा चयन आयोग को अधियाचन भेजने की तैयारी है।
अशासकीय महाविद्यालयों में लंबित 1017 पदों पर भर्ती पूरी होने के बाद तकरीबन एक हजार पदों पर नई भर्ती कराए जाने की तैयारी है। आयोग के सूत्रों का कहना है कि जून-2025 तक सभी लंबित भर्तियां पूरी कराने की तैयारी है। इस
बीच नई भर्तियां भी शुरू करा दी जाएंगी। विभागों से जैसे ही अधियाचन मिलेंगे, आयोग की ओर से नई भर्तियों के लिए विज्ञापन जारी कर दिए जाएंगे।
वर्ष 2025 में कई नई भर्तियां शुरू होंगी। इनमें अशासकीय कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर, अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी, पीजीटी, परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापक, अल्पसंख्यक महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर आदि पद शामिल हैं।