सीयूईटी यूजी व पीजी में अहम बदलाव, कंप्यूटर से होगी परीक्षा




विद्यार्थी अब अधिकतम पांच विषयों में दे सकेंगे परीक्षा, एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से होंगे प्रश्न, गलत उत्तर पर नेगेटिव मार्किंग


नई दिल्ली। विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए सीयूईटी-यूजी और सीयूईटी-पीजी, 2025 में अहम बदलाव किए गए हैं।

इसकी अब केवल कंप्यूटर आधारित परीक्षा (सीबीटी) होगी। सीयूईटी-यूजी में विद्यार्थी अधिकतम पांच विषयों में परीक्षा दे पाएंगे। सामान्य विषयों की परीक्षा के लिए 45 मिनट के स्थान पर एक घंटे का समय मिलेगा। सभी प्रश्नों के उत्तर अनिवार्य होंगे और गलत उत्तर पर अंक कटेंगे। प्रश्नपत्र 12वीं कक्षा के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित होंगे।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने के

लिए इसे सीबीटी मोड से कराने का फैसला किया है। यूजीसी नियमन-2024 और एनटीए सुधार समिति की सिफारिशों के तहत इन परीक्षाओं में बदलाव किया जा रहा है। अभी तक सीयूईटी यूजी में मुख्य विषयों की परीक्षा पेन-कागज और सामान्य विषयों की कंप्यूटर आधारित होती थी, लेकिन अब सभी विषयों में कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी। पहले सीयूईटी यूजी में कुल 63 विषय थे, जिनमें से 26 विषयों को हटाया गया है। अब कुल 37 विषय ही रह गए हैं। सीयूईटी-यूजी और पीजी, 2025 के मेरिट स्कोर का उपयोग सिर्फ शैक्षणिक सत्र 2025-26 में दाखिले के लिए होगा। इसके अलावा, 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थी किसी भी संकाय में दाखिला ले सकते हैं। ब्यूरो

हटाए गए विषयों में दाखिला जनरल

एप्टीट्यूड टेस्ट के आधार पर सीयूईटी- यूजी में जनरल टेस्ट यानी डोमेन में अभी तक 29 विषय थे, उसमें से अब 23 रह गए हैं। छह विषय हटा दिए गए हैं। उद्यमिता, शिक्षण एप्टीट्यूड, फैशन स्टूडीज, पर्यटन, कानूनी अध्ययन व इंजीनियरिंग ग्राफिक विषय हटाए गए हैं। इन विषयों में दाखिले के लिए विश्वविद्यालयों को एप्टीट्यूड की योग्यता के आधार पर दाखिला देना होगा। अन्य विषय पहले वाले रहेंगे।

इन प्रश्नपत्रों में विकल्प समाप्त

जनरल एप्टीट्यूड टेस्ट में अब तक 60 प्रश्न पूछे जाते थे, जिनमें से 50 के उत्तर देने होते थे। इसके अलावा, अन्य परचे में 50 प्रश्न होते थे, जिनमें 40 का उत्तर देना होता था। यानी दोनों प्रश्नपत्रों में 10-10 प्रश्नों का विकल्प मिलता था। पर सीयूईटी-यूजी, 2025 में किसी भी प्रश्नपत्र के सेक्शन में विकल्प नहीं रहेगा। यूजी परीक्षा से 20 भाषाओं के प्रश्नपत्र भी हटाए गए हैं।

सीयूईटी-पीजी में अब मिलेंगे 90 मिनट

सीयूईटी-पीजी, 2025 में सबसे बड़ा बदलाव समय में है। पहले परचा हल करने के लिए 105 मिनट मिलते थे, अब सिर्फ 90 मिनट मिलेंगे। इसकी मेरिट सिर्फ एक अकादमिक सत्र के लिए मान्य रहेगी। परीक्षा 300 अंक की होगी। 75 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी अनिवार्य होंगे। सही पर चार अंक मिलेंगे और गलत उत्तर पर एक अंक कटेगा।