संतकबीरनगर, जनपद के परिषदीय स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे तार, पोल अभी तक नहीं हट सके हैं। दो विभागों के चक्कर में विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे हैं। बेसिक विभाग के जिम्मेदारों ने 79 स्कूल चिन्हित कर बिजली विभाग को सूची दो वर्ष पूर्व ही सौंप दिया था। बिजली विभाग ने सर्वे कराया और तार हटाने के लिए करीब 60 लाख रुपए का स्टीमेट बनाकर प्रस्तुत कर दिया। अब बेसिक शिक्षा विभाग से धन मिलने का इंतजार हो रहा है। वहीं दूसरी ओर बच्चे हर रोज जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं।
जनपद के 79 परिषदीय विद्यालयों के ऊपर से हाईटेंशन बिजली के तार गुजरे हुए हैं। जो बच्चों के लिए खतरनाक है। कई स्कूल ऐसे हैं जहां परिसर में ही पोल लगा हुआ है। कहीं-कहीं विभाग ने परिसर से सटे ट्रांसफार्मर भी लगा दिया है। पूर्व में हुई दुर्घटनाओं का संज्ञान लेते हुए शासन ने सभी विद्यालयों के ऊपर से गुजर रहे तार को हटाने का निर्देश दिया था। लेकिन जिले में आज तक ऐसा नहीं हो सका है। बिजली विभाग के जिम्मेदार और बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदार शासन से धन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं बच्चे और शिक्षक हर रोज जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करते हैं।
गौसपुर में आए दिन स्पार्किंग के साथ गिरती है चिंगारी
नगर पालिका क्षेत्र खलीलाबाद के प्राथमिक विद्यालय गौसपुर के भवन के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजरा है। साथ ही परिसर में ही पोल भी लगा है। इसके अलावा बाउंड्रीवाल से सटे ही विभाग ने ट्रांसफार्मर भी लगा दिया है। यहां आए दिन तार टकराते हैं और चिंगारी गिरती है।
विद्यालय भवन से सटे लगा ट्रांसफार्मर
प्राथमिक विद्यालय तिनहरी से सटाकर लगा ट्रांसफार्मर बच्चों और शिक्षकों के जीवन लिए खतरा बन गया है। स्थिति यह है कि वहां एक विद्युत पोल बाउंड्रीवाल के भीतर है। तार ढीले होकर लटक रहे हैं। विद्यालय भवन के ऊपर से हाईटेंशन तार खींचा गया है। जो कभी टूटकर बड़ी दुर्घटना को दावत दे सकता है।
विद्यालय से गुजार रहा हाईटेंशन तार
सांथा ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अतरी नानकार में स्कूल के बगल से छत से सटे ही बिजली का तार गया हुआ है। स्कूल के बगल में ही दस केवी का ट्रांसफर भी लगा हुआ है। यहीं से गांव में सप्लाई गई हुई है,जिसके कारण स्कूल के बगल से ही आधा दर्जन से ज्यादा बिजली का तार गया हुआ है, जिससे लोगों को दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक राधेश्याम ओझा ने बताया कि बिजली विभाग और बीआरसी सांथा पर बहुत बार लिखकर दिया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय केचुआखोर से सटे ही 11 हजार बिजली का तार गया हुआ है, जिससे आए दिन बच्चों को दुर्घटना होने का डर बना रहता है।
विद्यालय परिसर से गुजर रहा हाईटेंशन का तार
धनघटा तहसील क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय धनघटा के परिसर से हाई टेंशन का तार गुजरने के साथ-साथ विद्यालय परिसर में ट्रांसफार्मर लगा होने के कारण हमेशा विद्यालय के छात्रों के ऊपर खतरे की घंटी बजती रहती है। जबकि ट्रांसफार्मर व तार को हटवाने के लिए कई बार अभिभावकों के साथ-साथ विद्यालय के लोगों ने हटवाने के लिए कई बार पत्र भेजा।
मेंहदावल के 12 विद्यालयों के ऊपर से गुजर रहा बिजली का तार
मेंहदावल ब्लाक के 12 परिषदीय विद्यालयों के ऊपर से बिजली का हाईटेंशन तार गुजर रहा है। जिसमें उच्च प्राथमिक विद्यालय ददरा, प्राथमिक विद्यालय पटवरिया, बाराखाल, कुसम्हां, महुअवा, कौलपुर, भटपुरवा, परसा चौबे, भिटिया खुर्द, जब्बार, टड़वा के साथ कम्पोजिट विद्यालय ददरा शामिल है। जिससे स्कूल पढ़ने आने वाले बच्चों के तथा विद्यालय के स्टाफ पर हमेशा खतरा मड़राता रहता है।
विद्यालय से सटे लगा है ट्रांसफार्मर
रामजानकी मार्ग पौली से कम्पोजिट विद्यालय व पौली गांव में आने -जाने वाले सड़क पर घनी आबादी व विद्यालय के नजदीक खुले में रखा गया ट्रांसफार्मर बड़ी दुघर्टनाओं का कारण बन सकता है। इस ट्रांसफार्मर पर ओवरलोड के चलते फॉल्ट होना आम बात है। आए दिन बिजली तार जलकर टूट जाते हैं, जिससे भयानक रूप में चिंगारी निकलती है।
बिजली विभाग ने तार व पोल हटाने के लिए स्टीमेट प्रस्तुत किया था। उसे शासन को भेज दिया गया था। धन मिलते ही विभाग को इसका भुगतान कर दिया जाएगा। प्रयास है कि जल्द से जल्द स्कूलों के ऊपर से गुजर रहे तार, पोल को हटवा दिया जाए।
अमित कुमार सिंह
बीएसए, संतकबीरनगर