लखनऊ, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने शुक्रवार को सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने 22 दिसंबर को आयोजित हो रही पीसीएस-प्री परीक्षा को निर्विघ्न संपन्न कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह शीर्ष प्राथमिकता पर परीक्षा को सकुशल नकलविहीन संपन्न कराएं।
उन्होंने कहा कि सभी स्टेटिक मजिस्ट्रेट द्वारा परीक्षा के एक दिन पूर्व ही परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण सुनिश्चित कर लिया जाए कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सेंटर पर उपलब्ध हैं। परीक्षा केन्द्रों पर सभी कैमरे क्रियाशील होने चाहिए। पीसीएस प्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जीरो पावर्टी अभियान की समीक्षा के दौरान कहा कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में अभियान के तहत पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया जाना है अत पात्र व्यक्तियों के चिन्हांकन के कार्य में तेजी लाई जाए।
पहली बार प्रवेश पत्र पर चस्पा होगा होलोग्राम
प्रयागराज। परीक्षा केंद्रों पर तैनात कक्ष निरीक्षकों (अंतरीक्षक) की जिम्मेदारी होगी कि कोई भी अभ्यर्थी चेहरा ढंककर परीक्षा कक्ष में प्रवेश न करे। आइरिश स्कैनिंग (अभ्यर्थियों की आंखों की पुतलियों से सत्यापन) के बाद प्रत्येक अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र पर होलोग्राम चस्पा किया जाएगा, जिससे यह पुष्ट होगा कि अभ्यर्थी की बायोमैट्रिक कार्यवाही हो चुकी है। केंद्र व्यवस्थापक की ओर से अंतरीक्षक को परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले प्रश्न पुस्तिका सह उत्तर पत्रकों का एक पैकेट बिना खोले उपलब्ध कराया जाएगा। कक्ष निरीक्षक परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले अभ्यर्थियों को पैकेट दिखाएंगे कि वह सील है।