पदोन्नति का मामला विभागीय मंत्री के लिए मुसीबत

 

प्राविधिक शिक्षा विभाग में पदोन्नति और वेतनमान का मामला विभागीय मंत्री आशीष पटेल के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है। कारण पूरे मामले में लगातार एक के बाद एक कई स्तरों पर गलतियां किए जाने की बात शासन से लेकर विभागीय स्तर पर सामने आ रही है। हालांकि बीते दो दिनों के घटनाक्रम के बाद शासन से लेकर विभागीय मुख्यालय तक में कोई भी जिम्मेदार इस मुद्दे पर अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं हैं।



पूरे प्रकरण में एक प्रमुख बिन्दु जिस पर सबसे अधिक उंगलियां उठ रही हैं वह यह है कि तमाम ऐसे लोगों को 6600 से सीधे 9000 का ग्रेड-पे दे दिया गया है, जिनका सेवाकाल बमुश्किल मात्र पांच से सात साल हुआ है। गौरतलब है कि 9000 का ग्रेड पे सीधी भर्ती का है। ऐसे में 6600 स्केल में जिन्हें सवा लाख के आसपास वेतन मिलता था, उन्हें पदोन्नति के बाद अब एक पायदान ऊपर के बदले दो पायदान ऊपर का ग्रेड-पे 9000 मिलेगा। जिसके आधार पर उनका कुल वेतन सवा दो लाख से ढ़ाई लाख रुपये के आसपास हो गया। इस प्रकार करीब-करीब दोगुना वेतन का लाभ मिलेगा।

ये भी पढ़ें - कैबिनेट का फैसला: महाकुंभ में बनेगा महाकिचेन, मुफ्त खाना खिलाएगी योगी सरकार

ये भी पढ़ें - स्कूल में चेकिंग के लिए कोई भी आए, बस कॉन्फिडेंस ऐसा होना चाहिए, कि सामने वाला.... देखें वीडियो

ये भी पढ़ें - परिषदीय स्कूलों में 45256 पद वर्तमान में सहायक अध्यापकों के रिक्त , पर सरकार का भर्ती का कोई इरादा नहीं, देखें

बताया जाता है कि नौ दिसम्बर को एचओडी के पदों पर तैनाती के आदेश जारी होने के तत्काल बाद उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा एप्लाइड साइंस व हयूमैनिटीज सेवा संघ ने शासन से आपत्ति दर्ज कराई थी। संगठन के महामंत्री भोलेनाथ प्रसाद कहते हैं कि विभागाध्यक्ष की सीधी भर्ती के पदों पर नियम विरुद्ध पदोन्नति कर अप्रत्याशित वेतन वृद्धि दी गई है जो बड़े भ्रष्टाचार का संकेत देता है।

पदोन्नत अफसरों का विवरण जारी

लखनऊ। प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष पद पर पदोन्नति के मुद्दे पर उठे बवाल के बीच विभाग ने मंगलवार को पदोन्नत किए गए 177 एचओडी का सारा विवरण जारी कर दिया। इसके तहत पदोन्नति पाए विभागाध्यक्षों में कितने सामान्य वर्ग से, कितने अन्य पिछड़ा वर्ग से, कितने अनुसूचित जाति तथा कितने अनुसूचित जनजाति के हैं, इसकी संख्या बताई गई है। प्राविधिक शिक्षा के अनुभाग-दो से जारी विवरण जो विभागीय मंत्री के निजी सचिव को संबोधित है, में कहा गया है कि वर्तमान में प्रोन्नति में आरक्षण लागू नहीं है।


30 मई 2024 को सम्पन्न विभागीय प्रोन्नति समिति की बैठक में ज्येष्ठता के आधार पर अनुपयुक्त को छोड़ते हुए उपयुक्तता के आधार पर चयन किया गया है।

घोटाले को छिपाने को लीपापोती कर रही है भाजपा सरकार


लखनऊ। प्राविधिक शिक्षा विभाग में हुई धांधली को सदन में रखने में असफल रहने पर अपना दल (कमेरावादी) की नेता सिराथू विधायक पल्लवी पटेल ने मंगलवार को प्रदेश सरकार और विधानसभा अध्यक्ष पर भड़ास निकाली। दूसरी सरकारों में हुए घोटालों को छाती पीट पीटकर कहने वाली भाजपा सरकार के नेता अपनी सरकार में हुए घोटाले में लीपापोती करने में जुटे हैं। तथ्यों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। मंगलवार को विधानभवन स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष पल्लवी ने कहा कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में हुए धांधली को वह सदन में उठाना चाहती हैं।