पांच जिलों के दिव्यांगजन अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि


लखनऊ। प्रदेश में पांच जिलों हाथरस, कासगंज, औरैया, बागपत और बुलंदशहर में दिव्यांगों के लिए कृत्रिम अंगों की खरीद में लापरवाही सामने आई है। शासन ने संबंधित जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। साथ ही संबंधित मंडलों मेरठ, कानपुर व अलीगढ़ के विभागीय उप निदेशकों से जवाब-तलब किया गया है।



दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग जिलास्तर पर दिव्यांगजनों के लिए कृत्रिम व सहायक उपकरणों की खरीद करता है। इसके लिए निविदाएं फाइनल करने की अंतिम तिथि 15 अक्तूबर थी, लेकिन इन पांच जिलों में 13 दिसंबर तक निविदा आमंत्रित ही नहीं की गईं। इस पर शासन ने कड़ा रुख अपनाया।


दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के प्रमुख सचिव सुभाष शर्मा ने

हाथरस की जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी स्मृति गौतम, कासगंज के राकेश कुमार सिंह, औरैया के आशुतोष सिंह, बागपत की तूलिका शर्मा और बुलंदशहर के मानवेंद्र राजपूत को प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी है।


मेरठ की उप निदेशक डॉ. प्रीति लता राजपूत, कानपुर के राकेश कुमार और अलीगढ़ की उप निदेशक पारिषा मिश्रा से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि उन्होंने समय से योजना की प्रगति पर ध्यान क्यों नहीं दिया। शासन ने संबंधित डीएम से भी कहा है कि वे इस योजना पर ध्यान दें ताकि दिव्यांगजन योजना के लाभ से वंचित न रहें