1.25 करोड़ बच्चों को अध्ययन में होगी सुविधा आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान को जिम्मेदारी
प्रयागराज मुख्य संवाददाता। यूपी बोर्ड के कक्षा नौ से 12वीं तक के तकरीबन 1.25 करोड़ छात्र-छात्राओं के लिए आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान (ईएलटीआई) के विशेषज्ञ पहली बार अंग्रेजी व्याकरण (ग्रामर) की किताब बना रहे हैं।
इन नयी पुस्तकों में अधिकांश 20वीं सदी का अंग्रेजी साहित्य तथा विश्व में ब्रिटेन के साथ-साथ अन्य स्थानों का अंग्रेज़ी लेखन शामिल है जो कि पारंपरिक साहित्य से काफी अलग है। यह भी पता चला कि पाठ्यपुस्तक के अलावा वे विषय वस्तु जो बोर्ड परीक्षाओं के पाठ्यक्रम में हैं ग्रामर, राइटिंग स्किल्स (नोट राइटिंग, आर्टिकल राइटिंग, लेटर राइटिंग) तथा अनुवाद के लिए कोई प्रामाणिक पठन
सामग्री उपलब्ध नहीं है। इसे देखते हुए पहले ईएलटीआई ने सबसे पहले कक्षा नौ से 12वीं तक के शिक्षकों के लिए गाइड विकसित की, जिससे उन्हें नयी पाठ्यपुस्तकों को पढ़ाने में सहूलियत हो। उसके बाद अब अंग्रेज़ी ग्रामर की पुस्तक विकसित जा रही है। ईएलटीआई के प्राचार्य डॉ. स्कंद शुक्ल के अनुसार, व्याकरण की पारंपरिक पुस्तकों से हटकर नई किताब में यथासंभव व्याकरण के नियमों को बहुत आसान भाषा में दिया जा रहा है। इससे
विद्यार्थियों को नियमों को रटना नहीं पड़ेगा और वे उन नियमों को समझकर स्वयं विभिन्न सन्दर्भों में प्रयोग कर सकेंगे। इनमें समय के साथ अनुपयोगी हो गए नियमों और विषय-वस्तु को सम्मिलित नहीं किया जा रहा। इस काम में संस्थान के अकादमिक स्टाफ (शमा परवीन, कृष्णा कुमारी, रेशु सिंह, संदीप दुबे, कुलदीप पांडे) के साथ-साथ जीजीआईसी कौशाम्बी और प्रयागराज से रश्मि प्रिया सिंह, रूचि त्रिपाठी, रश्मिता सिंह, एलबीएस इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. संतोष शुक्ल तथा राजकीय पीजी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विष्णु प्रताप सिंह सहयोग कर रहे हैं। इविवि के अंग्रेज़ी विभाग के शिक्षकों से जांच करवाने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
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