लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में छमाही परीक्षा का कार्यक्रम तय कर दिया गया है। इसके अनुसार कक्षा एक से आठ तक के छात्रों की छमाही परीक्षा 23 से 28 दिसंबर के बीच (किसी एक दिन में) आयोजित की जाएंगी। 29 दिसंबर तक कॉपियों का मूल्यांकन व 30 दिसंबर को परीक्षाफल जारी कर, प्रगति रिपोर्ट वितरित की जाएगी।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से परख राष्ट्रीय सर्वे व प्रदेश स्तर पर निपुण एसेसमेंट टेस्ट (नैट) के आयोजन की वजह से इस बार छमाही परीक्षाएं अपेक्षाकृत थोड़ी देर से हो रही हैं। प्रदेश के 1.33 लाख परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे 1.52 करोड़ छात्र इस परीक्षा में शामिल होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने बुधवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जिला स्तर पर समय सारिणी व निर्देश 14 दिसंबर तक भेजे जाएंगे।
परीक्षा के लिए डायट के माध्यम से बीएसए मॉडल प्रश्न पत्र तैयार करके बीईओ को उपलब्ध कराएंगे। बीईओ इसे विद्यालय स्तर पर पहुचाएंगे। विद्यालयों में ब्लैक बोर्ड व प्रश्नपत्रों की फोटोकॉपी कराकर छमाही परीक्षा कराई
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जाएगी। कक्षा एक की छमाही परीक्षा मौखिक होगी। कक्षा दो व तीन में लिखित व मौखिक दोनों परीक्षा होगी। यह 50-50 नंबर की होगी। वहीं कक्षा चार व पांच में लिखित व मौखिक दोनों परीक्षा होगी। यह 70-30 नंबर की होगी। बेसिक शिक्षा विभाग के उप शिक्षा निदेशक डॉ. संजय उपाध्याय ने कहा है कि कक्षा छह से आठ की पूरी परीक्षा लिखित होगी। छमाही परीक्षा में बहुविकल्पीय, अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय व दीर्घ उत्तरीय सवाल होंगे। परीक्षा ढाई घंटे की होगी।
कक्षा 7-8 में विज्ञान विषय शामिल नहीं
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी परीक्षा कार्यक्रम में कक्षा छह में हिंदी और सात व आठ में विज्ञान विषय अंकित नहीं है। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव व उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के निर्भय सिंह ने कहा कि विभाग स्पस्ट आदेश जारी करे ताकि इन विषयों की परीक्षा आयोजित की जा सके। वहीं उप शिक्षा निदेशक डॉ. संजय ने इसे मानवीय भूल बताते हुए बृहस्पतिवार को संशोधित समय सारणी जारी करने की बात कही।