यूपी बोर्ड के माध्यमिक स्कूलों में नए सत्र से लेकर अब तक 226 दिन में सिर्फ 134 दिन कक्षाएं चली हैं। ग्रीष्मकालीन समेत दूसरे अवकाश के चलते 92 दिन स्कूल बंद रहे हैं। छात्रों को कोर्स का अभ्यास करना तो दूर, बहुत से स्कूलों में अभी तक पाठ्यक्रम पूरा नहीं हुआ है। जबकि पूरे शैक्षिक सत्र में करीब 231 दिन शिक्षण कार्य होना है। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 10 वीं और 12 वीं के प्री बोर्ड के प्रैक्टिकल व लिखित परीक्षा के साथ ही कक्षा नौ और 11 की वार्षिक परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी कर दिया है। ऐसे में छात्र-छात्राओं में बोर्ड और वार्षिक परीक्षाओं का दबाव बढ़ गया है।
ये भी पढ़ें - बडी खबर: अल्प मानदेय के चलते दीपक कुमार ने शिक्षामित्र पद से दिया इस्तीफा, देखे सम्बन्धित लैटर
ये भी पढ़ें - वित्त नियंत्रक प्रयागराज ने वित्त एवं लेखा अधिकारी रायबरेली से मांगा स्पष्टीकरण, एनपीएस अंशदान प्रतिमाह जमा न करने पर
ये भी पढ़ें - एक असेसमेंट ऐसा भी...* *साभार सोशल मीडिया*
उप्र. माध्यमिक स्कूलों का सत्र एक अप्रैल से शुरू हुआ था। 23 दिसम्बर तक 226 कार्य दिवस होते हैं। इसमें 21 मई से 30 जून तक 41 दिन ग्रीष्मकालीन अवकाश में स्कूल बंद रहे। अब 32 रविवार पड़े हैं। इसके अलावा विभिन्न त्योहारों व प्रमुख दिवस आदि के चलते 19 दिन अवकाश रहा। अब समय नहीं बचा है। शिक्षक पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कोर्स पूरा हो जाए, लेकिन चार जनवरी से प्री बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षाएं और 11 जनवरी से प्री बोर्ड की लिखित परीक्षाएं होनी हैं। शिक्षकों का कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं, खेलकूद प्रतियोगिताएं, प्रदर्शनी समेत दूसरे आयोजनों के चलते स्कूलों में करीब 10 दिन सुचारू रूप से कक्षाएं नहीं चली हैं। स्कूलों में पुलिस भर्ती समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं के केन्द्र बने होने और शिक्षकों की ड्यूटी लगाए जाने की से कई दिन कक्षाएं नहीं चली। इसके अलावा जिला, मण्डलीय व राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं और प्रदर्शनी के आयोजनों में पढ़ाई प्रभावित हुई है।
प्रैक्टिकल का अभ्यास कराएं, परीक्षा की होगी रिकॉर्डिंग
लखनऊ। इंटरमीडिएट के यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 23 से 31 जनवरी के बीच होनी हैं। डीआईओएस राकेश कुमार ने स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर कहा कि लैब में जरूरी उपकरण व केमिकल आदि की व्यवस्था करा छात्र-छात्राओं को प्रैक्टिकल के अभ्यास कराने को कहा। लापरवाही सामने आने पर प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे। प्रयोगात्मक परीक्षाओं की निगरानी सीसी कैमरे से होगी। रिकार्डिंग डीवीआर में सुरक्षित रखनी होगी। जरूरत पड़ने पर परिषद को देनी होगी।
● 21 मई से 30 जून तक 41 दिन ग्रीष्मकालीन अवकाश में स्कूल बंद रहे, कई दिवस भी पड़े
● चार जनवरी से प्री बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षाएं और 11 जनवरी से प्री बोर्ड की लिखित परीक्षाएं हैं
शिक्षकों के सिर्फ शिक्षण काम लिया जाना चाहिये। दूसरे कामों में लगाए जाने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। इसका सीधा असर परीक्षा परिणाम पर पड़ता है।
सोहनलाल वर्मा, अध्यक्ष, उप्र. प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट
शैक्षिक कलेण्डर के हिसाब से कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। अभी समय हैं। जहां पाठ्यक्रम पूरा नहीं वो पूरा कराएं। अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करने के निर्देश हैं। सत्र में शिक्षण दिवस के लिये 231 दिन तय हैं।
राकेश कुमार, डीआईओएस