मैनपुरी। बीएसए दीपिका गुप्ता ने शनिवार को मैनपुरी और घिरोर विकास खंड के पांच स्कूलों का निरीक्षण किया। विद्यालय में अव्यवस्थाएं और छात्र संख्या कम मिलने पर तीन प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा। एक संकुल शिक्षक को संकुल की जिम्मेदारी से मुक्त करने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारी को दिए।
बीएसए दीपिका गुप्ता शनिवार को प्राथमिक विद्यालय जरामई पहुंचीं। यहां पंजीकृत 93 छात्रों के सापेक्ष 53 छात्र उपस्थित मिले। यहां ऑनलाइन छात्र उपस्थिति दर्ज नहीं की गई थी। विद्यालय में रखे बर्तन गंदे थे। यहां के प्रधानध्यापक से बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा है। उच्च प्राथमिक विद्यालय नौनेर में विद्यालय में रंगाई-पुताई नहीं कराई गई थी। विद्यालय प्रांगण में गंदगी थी। छात्र 61 के सापेक्ष मात्र 15 उपस्थिति थे। जानकारी करने पर प्रधानाध्यापिका कंपोजिट ग्रांट के बारे में जानकारी नहीं दे सकीं। प्रधानाध्यापिका पर संकुल शिक्षक की जिम्मेदारी भी थी। बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारी को निर्देश दिए कि प्रधानाध्यापिका को संकुल शिक्षक की जिम्मेदारी से हटाया जाए। वहीं प्रधानाध्यापिका से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
प्राथमिक विद्यालय नौनेर में बीएसए को निरीक्षण के दौरान 17 के सापेक्ष 6 बच्चे उपस्थित मिले। छात्र उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए। कन्या प्राथमिक विद्यालय नौनेर पर पंजीकृत 28 में से 10 बच्चे ही उपस्थिति थे। विद्यालय प्रांगण गंदा था, शौचालय और रैंप की स्थिति खराब थी यहां के प्रधानाध्यापक से भी बीएसए ने स्पष्टीकरण मांगा है। इसके साथ ही बीएसए को उच्च प्राथमिक विद्यालय जरामई के निरीक्षण के दौरान 66 के सापेक्ष 27 छात्र उपस्थित मिले। छात्र संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
खंड शिक्षाधिकारी करें साप्ताहिक निरीक्षण
बीएस ने परिषदीय स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने, निपुण असेसमेंट टेस्ट, नेशनल अचीवमेंट सर्वे की तैयारी कराने की जिम्मेदारी खंड शिक्षाधिकारियों को सौंपी है। बीएसए ने कहा कि सभी खंड शिक्षाधिकारी साप्ताहिक निरीक्षण करते रहें। इससे कि शिक्षा में सुधार किया जा सके।