लखनऊ,। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुम्हरावा की कक्षा आठ की शीतल रावत के लिए सोमवार को दिन आम दिनों से बदला हुआ था। आज शीतल बैग लेकर क्लास में शिक्षकों के सवालों का जवाब नहीं दे रही थी बल्कि आज वो खुद खण्ड शिक्षा अधिकारी बनकर न सिर्फ बीआरसी कार्यालय में कर्मचारियों से सवाल जवाब कर रही थी बल्कि पीएमश्री विद्यालय इंटौजा पढ़ने वाले बच्चों से सवाल पूछ रही थी।
शीतल को एक दिन नारी शक्ति योजना के तहत खण्ड शिक्षा अधिकारी बनाया गया था और शीतल ने एक दिन की अधिकारी बनने पर गजब का आत्मविश्वास दिखाया। साथ ही
अधिकारियों, शिक्षकों पर गहरा प्रभाव पड़ा। कक्षा आठ की छात्रा शीतल को एक दिन पूर्व ही बता दिया गया था। उसे एक दिन के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी बनाया जाना है। इसलिए शीतल ने खण्ड शिक्षा अधिकारी के
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कार्यों को समझ लिया। कैसे काम करते हैं और इनके काम क्या होते हैं। सोमवार को आत्मविश्वास से लबरेज शीतल सुबह समय पर अपने कार्यालय पंहुची। जहां खण्ड शिक्षा अधिकारी की मुख्य कुर्सी पर बैठते ही पहला सवाल था कि क्या ये पूरा कमरा खण्ड शिक्षा अधिकारी है तो वास्तविक खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला ने जवाब हां में दिया। शीतल ने कर्मचारियों से विद्यालयों की बेहतरी के सुझाव मांगे। छात्रा से खण्ड शिक्षा अधिकारी शीतल रावत ने कुछ देर कार्यालय में बिताने किके बाद पीएमश्री विद्यालय इंटौजा का निरीक्षण करने पंहुच गयी। शीतल ने क्लास में पढ़ रहे बच्चों से पूछा आज आपकी मैम ने क्या पढ़ाया।