लखीमपुरखीरी, नकहा ब्लॉक के एक स्कूल में तैनात शिक्षिका चयन वेतनमान के लिए बीआरसी के चक्कर लगाती रही। दस साल की सेवा पूरी होने के बाद जब चयन वेतनमान नहीं लगाया गया तो शिक्षिका ने कस्ता विधायक सौरभ सिंह सोनू से शिकायत की। विधायक ने यह मामला विधानसभा में उठाया तो महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बीएसए से तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा। उधर बीएसए ने शिथिल पर्यणेक्षण, आदेशों की अवहेलना पर बीईओ के निलंबन की संस्तुत की है।
नकहा ब्लाक के एक उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षिका अर्चना गौतम ने सितंबर में चयन वेतनमान की फाइल तैयार कर बीईओ कार्यालय में जमा की। शिक्षिका चयन वेतनमान पाने को लगातार दौड़ती रही। इसके बाद भी चयनवेतनमान नहीं मिला तो विधायक कस्ता सौरभ सिंह सोनू से शिकायत की।
इसमें बीईओ हृदय शंकर लाल श्रीवास्तव पर चयन वेतनमान की फाइल आगे न बढ़ाने की बात कही। विधायक ने यह मामला विधानसभा में उठाया साथ ही महानिदेशक स्कूल शिक्षा से शिकायत करते हुए नाराजगी जताई। महानिदेशक ने बीएसए को पत्र भेजकर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा। इधर बीएसए प्रवीण तिवारी ने शिक्षिका के चयन वेतनमान की पत्रावली अपने कार्यालय में मंगाया और बीईओ से इसके बारे में जानकारी ली। बीएसए ने बताया कि पत्रावली देखने पर प्रथम दृष्टया बीईओ की हीलाहवाली सामने आई है। इस पर बीईओ के निलंबन की संस्तुति करते हुए पत्र अपर निदेशक को भेज दिया है