अमेठी सिटी। जिले के 1570 विद्यालयों में तैनात रसोइयों को फिल्म दिखाने की योजना है। नवीन पोषण फिल्म के माध्यम से उन्हें पोषण योजना के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। बाद में प्रश्नावली के माध्यम से प्रशिक्षण का टेस्ट भी लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री पोषण या मध्याह्न योजना छात्र-छात्राओं के पोषण एवं स्वास्थ्य से जुड़ी होने के कारण महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील योजना है। भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विद्यालय में तैनात रसोइयों को नवीन पोषण प्रशिक्षण फिल्म दिखाई जाएगी जिसमें विद्यालय स्तर पर ही रसोइयों को प्रधानाध्यापक या इंचार्ज अध्यापक की ओर से फिल्म दिखाई जाएगी।
बेसिक शिक्षा विभाग में मध्याह्न भोजन योजना के जिला समन्वयक अरुण त्रिपाठी
ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद रसोइयों का ध्यान विभिन्न नियमों और निर्देशों पर आकृष्ट किया जाना है। इसमें भोजन पकाने से पहले गैस स्टोव, बर्नर व रेगुलेटर की जांच की जाए। भोजन पकाने में एलपीजी का प्रयोग हो।
किचन में खाना पकाने से पहले सुनिश्चित किया जाए कि वहां चूहा, कीड़े, छिपकली व मक्खी आदि न हों। भोजन को ढककर ही पकाया जाए तथा पका हुआ भोजन ढक कर रखा जाए। खाद्य सामग्री में आयोडीन युक्त नमक, सील बंद तेल, मसाले का ही प्रयोग किया जाए। निर्धारित मैन्यू के अनुसार भोजन बनाया जाए। रोटी कच्ची व जली हुई न हो।