दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए अब सरकारी विभागों के आधे कर्मचारी घर से काम करेंगे। हालांकि, आवश्यक एवं आपातकालीन सेवाओं वाले विभाग पूरी क्षमता के साथ काम करेंगे। इस संबंध में बुधवार को आदेश जारी किए गए।
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पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को दिल्ली सचिवालय में तमाम विभागों के अधिकारियों और औद्योगिक एवं व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि दिल्ली में अब सरकारी दफ्तरों के 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करेंगे। सिर्फ आवश्यक और आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने वाले 18 विभागों के कर्मचारियों को इससे बाहर रखा गया है। इसमें चिकित्सा, ठोस कचरा प्रबंधन, साफ-सफाई, फायर, बिजली, जलापूर्ति, सीवरेज, सार्वजनिक परिवहन, नियंत्रण कक्ष जैसे तमाम विभाग शामिल हैं।
निजी कार्यालयों को सुझाव निजी कार्यालयों और उद्योगों को भी प्रदूषण कम करने के लिए आधे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम देने और कार्यालय के समय में बदलाव करने जैसे सुझाव दिए गए हैं। खासतौर पर 1030 बजे से 1100 बजे के बीच कार्यालय का समय रखने को कहा गया है। कर्मचारियों के लिए शटल बस शुरू करने को कहा गया है, जिससे वाहनों की संख्या में कमी लाई जा सके।
पाबंदियां लागू हैं दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बदतर होने के साथ ही केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप-4 की पाबंदियां लागू कर दी हैं। इसमें प्रदूषण की रोकथाम के लिए आधे कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम देने जैसे प्रावधान भी शामिल हैं। हालांकि, इसका फैसला राज्य सरकारों के ऊपर छोड़ा गया था।
पटाखों की ऑनलाइन बिक्री भी बंद होगी
दिल्ली पुलिस ने पटाखों की ऑनलाइन बिक्री तुरंत बंद करने का निर्णय लिया है। क्राइम ब्रांच ने ई-कॉमर्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को चिट्ठी लिखकर इसपर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया है। दिल्ली सरकार ने 14 अक्तूबर को पटाखों के निर्माण, भंडारण और उसके उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन यह ऑनलाइन बेचा जा रहा था।
प्रदूषण में मामूली सुधार दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक बुधवार को 419 दर्ज किया गया। इस स्तर की हवा को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। एक दिन पहले यह 460 था, जिसे गंभीरतम श्रेणी में रखा जाता है।