रायबरेली । जिले के चार इंटर कालेज में 16 लोगों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का नियुक्ति पत्र हासिल कर लिया। फिर अदालत के जरिये वेतन दिलाने का कालेज पर दबाव बनाने लगे। आदलत में डीआईओएस से मामले की जांच कर वेतन जारी करने के लिए कहा। जांच में नियुक्ति फर्जी मिली। अब डीआईओएस ने कॉलेज के प्रधानाचार्य से सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कहा है।
2019 में जिले के कई इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी के कर्मी सेवानिवृत हुए थे।फर्जीवाड़ा करके खाली पड़े पदों पर नियुक्ति दिखा दी गई थी। जिनको नियुक्ति दिखाई गई उसमें राही ब्लाक के ़खागीपुर सड़वा स्थित भारतीय शिक्षा निकेतन में धर्मेंद्र प्रताप सिंह व ज्ञान प्रकाश शामिल है। इसके अलावा रुस्तम पुर स्थित गायत्री इंटर कालेज में दिनेश कुमार , उमाशंकर सिंह, गुलाब सिंह, सुमेर बहादुर, हरचंदपुर के चंद्रपाल इंटर कालेज में राम अभिलाष यादव, राजभूषण, महेंद्र कुमार, ललिता देवी, दिनेश कुमार और जनपद इंटर कालेज में आदर्श प्रताप सिंह,सुनील कुमार, हौसिला प्रसाद,अनुराग सिंह व अशोक कुमार को नियुक्ति पत्र मिल गया।
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सभी लोग वेतन की मांग करने लगे अदालत के जरिए कॉलेज प्रबंधन पर दबाव बनाया इसके बाद अदालत ने जिला विद्यालय निरीक्षक से मामले की जांच कर वेतन जारी करने के आदेश दिए।