यूडीआईडी पोर्टल से डाटा स्वतः प्रदर्शित करने की व्यवस्था की जा रही है लागू
लखनऊ। दिव्यांग छात्रों के लिए छात्रवृत्ति के पोर्टल पर आवेदन करने की प्रक्रिया आसान की जाएगी। इसके लिए विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी) पर उपलब्ध डाटा को स्वतः प्रदर्शित करने की व्यवस्था लागू की जा रही है। केंद्रीय दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग से सहमति भी मिल चुकी है।
केंद्रीय विभाग से प्रत्येक दिव्यांगजन को यूडीआईडी नंबर मिलता है। इस नंबर को पोर्टल पर डालते ही उस दिव्यांग छात्र की पूरी डिटेल प्रदर्शित (ऑटो फेच)
हो जाएगी। उस छात्र को कई कॉलमों को भरने की आवश्यकता ही नहीं रह जाएगी। इसके लिए यूडीआईडी पोर्टल को छात्रवृत्ति के पोर्टल से जोड़े जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यहां बता दें कि आधार कार्ड से छात्र का नाम, पता, माता-पिता का नाम, जेंडर और जन्मतिथि भी स्वतः आ जाती है। ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल से आय व जाति प्रमाणपत्र मिल जाता है। हालांकि, ई- डिस्ट्रिक्ट पोर्टल को अभी और
सुगम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वर्तमान में आय व जाति प्रणाणपत्र का क्रमांक व आवेदन संख्या दोनों डालनी होती हैं। भविष्य में इनमें से कोई एक संख्या को ही अनिवार्य किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन में
जितने कम कॉलम विद्यार्थियों को भरने होंगे, गलतियां होने की आशंका भी उतनी ही कम हो जाएगी। इसलिए डाटा को विभिन्न आधिकारिक वेबसाइट से ऑटो फेच करने की व्यवस्था लागू की गई है।
- असीम अरुण, समाज कल्याण मंत्री