विषय को आसान बनाने के लिए मूरतगंज के उच्च प्राथमिक विद्यालय सकाढ़ा की शिक्षिका नीलिमा सिंह ने थ्रीडी इमेज को समझने का मॉडल तैयार किया है। यह मॉडल विद्यार्थियों के लिए कारगर साबित होगा। जैसे ही कोई वस्तु इस मॉडल के केंद्र में रखी जाएगी।
इसकी प्रकृति के बारे में जानकारी मिलेगी। इस मॉडल को मंडल स्तरीय प्रतियोगिता में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया है।
गणित विषय से विद्यार्थी अक्सर दूर भागते हैं। शिक्षिका नीलिमा सिंह ने बताया कि शिक्षण के दौरान अनुभव किया की गणित और विज्ञान विषय लिंग से प्रभावित हैं। आम धारणा बनी हुई है की गणित और विज्ञान सिर्फ लड़के ही पढ़ सकते हैं, लड़कियों के लिए यह कठिन होता है।
वह इस मिथक को तोड़ती आ रही हैं। उन्होंने यह स्थापित कर
दिया कि कोई भी विषय किसी एक लिंग के लिए नहीं होता है। गणित को समझा जाए तो हर स्थान पर गणित है। बालिकाएं या महिलाएं घर पर काम करती है तो उसमें भी ज्यामिति का प्रयोग होता है।
उन्होंने कहा किस कोने में सफाई करें। कितनी ऊंचाई तक वह
काम कर सकती हैं। आदि का अनुमान बेटियां लगा सकती हैं। तो गणित से जुड़े सवाल भी हल कर सकती हैं।
केवल समझ का फेर है। एक बार विषय में डूबकर समझ लिया जाए तो वह बेहद आसान होता है। इसी सोच के साथ नीलिमा ने थ्रीडी इमेज को परखने का मॉडल तैयार किया। अब राज्य स्तर की प्रतियोगिता के इस मॉडल का चयन हो गया है।
आसान है गणित
■ शिक्षिका नीलिमा सिंह ने बताया कि गणित के तीन प्रकार होते हैं। अंक गणित, बीज गणित व रेखा गणित। आम तौर पर इनका प्रयोग हम आम जीवन में करते हैं। इसे समझते हुए पढ़े तो यह आसान होता है। बालिकाओं को यह आसान लगे। इसके लिए पूर्व में भी नीलिमा सिंह ने गणित के कई खेल बनाएं हैं। इन्होंने लूडो की तरह गेम भी बनाया है।