महिलाओं और लड़कियों को बैड टच से बचाने के लिए राज्य महिला आयोग ने बड़ा निर्णय लिया है। आयोग ने कहा है कि सिलाई के दौरान महिलाओं के कपड़ों का नाप सिर्फ महिला दर्जी द्वारा ही लिया जाए। महिला जिम और योग सेंटरों में भी महिला प्रशिक्षकों की तैनाती हो। जिम और ट्रेनर का सत्यापन भी कराया जाए।
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कोचिंग सेंटरों में लड़कियों के लिए अलग वाशरूम और सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्यता हो। आयोग की अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान ने सरकार से इन फैसलों का अनुपालन सुनिश्चित कराने को मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है। महिला आयोग की हालिया बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए हैं। आयोग ने कहा है कि महिला जिम और योग सेंटरों में प्रवेश के समय आधार कार्ड या निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी छायाप्रति सुरक्षित रखी जाए।
स्कूल बसों में महिला सुरक्षाकर्मी की मौजूदगी अनिवार्य की जाए। जिलों की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन कराया जाए। नाट्य कला केंद्रों में भी लड़कियों को डांस सिखाने के लिए महिला टीचर रखी जाएं। महिलाओं के कपड़ों की बिक्री वाली दुकानों पर महिला कर्मचारी का होना अनिवार्य हो।