अफसर मेहरबान तो शिक्षिका ने तोड़ दिए छुट्टियों के रिकार्ड

 

उन्नाव। संवाददाता बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित स्कूलों की चर्चा खत्म नहीं हो रही है। कुछ शिक्षकों ने मन बना लिया है कि स्कूल का नाम रोशन नहीं कर पा रहे तो कम से कम इन्हें बदनाम ही क्यों न कर दें। हालांकि स्कूलों को बदनाम करने में शिक्षकों का अफसर भी समय-समय पर पूरा साथ देते रहे। टीकरगढ़ी उप्रावि बिछिया के बाद अब नवाबगंज दरियापुर प्रावि ने जिले को बदनाम करने का काम किया है। स्कूल में जांच करने पहुंचे राज्य बाल संरक्षण आयोग समिति के सदस्य को जब स्कूल की एक शिक्षिका की कार्यशैली का पता लगा तो वह भी हैरत में आ गए है। जांच में पूछताछ की तो मालूम हुआ कि शिक्षिका स्कूल ही नहीं आती है, उसके विदेश में होने की चर्चा चलती रही।

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शनिवार को दरियापुर प्राथमिक विद्यालय नवाबगंज का समिति के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने औचक निरीक्षण किया। जहां 113 छात्र पंजीकृत मिले। विद्यालय में प्रधान शिक्षिका नसरीन बानो अवकाश पर मिली। तैनात सहायक शिक्षिका सादमा जैदी भी मेडिकल अवकाश पर मिली। उनके अवकाश पर शिक्षक आनन्द सिंह से जानकारी किया तो बताया यहां पर चार शिक्षक दो शिक्षा मित्र तैनात है। विद्यालय की शिक्षिका सादमा जैदी की वर्ष 2010 में तैनाती हुई थी। 2014 से अब तक वह 552 मेडिकल व 1725 असाधारण, अवैतनिक अवकाश ले चुकी है। जांच में 12 अक्तूबर 2023 से 31 जुलाई 2024 तक 294 और 4 सितंबर 2024 से 1 जुलाई 2025 तक 301 दिन का आसाधारण अवकाश स्वीकृत किया गया है। शिक्षिका 2 नवंबर 2020 से 26 अगस्त 2021 तक निलंबित भी रह चुकी है। सदस्य से प्रधान शिक्षिका नसरीन बानो से फोन पर हुई बात में उन्होंने बताया शिक्षिका के स्कूल न आने से बच्चों का शिक्षा बाधित हो रही है। जिसको लेकर करीब दो माह पूर्व हमने बीईओ को इनके खिलाफ शिकायती पत्र दिया था। वहीं ग्राम प्रधान गुड़ु ने बताया शिक्षिका के विरुद्ध दो बार बीएसए को जानकारी दी गई है, लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुई है।


अवैतनिक अवकाश बंद, असाधारण अवकाश देय नहीं

अधिकारिक सूत्रों की माने तो अध्ययन के लिए दिए जाने वाले अवैतनिक अवकाश को शासन ने बंद दिया गया है। पहले यह पढ़ाई के लिए शासन से 5 साल फिर दो साल दिया जाता था। जिसे पिछले कुछ सालों से पूरी तरह से बंद कर दिया है। जबकि परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों के लिए असाधारण अवकाश की कोई गाइडलाइन ही जारी नहीं की गई है। बताया जा रहा है अगर किन्हीं परिस्थितियों में दिया भी जा रहा है तो राज्यपाल का अनुमोदन जरूरी है। मगर बीएसए खुद राज्यपाल बनकर इस अवकाश को स्वीकृत कर रही है।


नवाबगंज की दरियापुर प्रावि का निरीक्षण किया है। सहायक शिक्षिका सादमा जैदी के अनिगिनत अवकाश पाए गए है। उसके स्कूल न आने की जानकारी दी गई। बताया जाता रहा कि वह विदेश में है। मामला शांत नहीं होगा मिले तथ्यों की पूरी जांच कर सख्त कार्रवाई तय की जाएगी। दोषी अधिकारी भी नपेंगे।