विधानसभा की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव में सात सीटें जीतने के बाद अब भाजपा वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव के हिसाब से अपनी टीम तैयार करेगी। इसके लिए भाजपा के प्रदेश संगठन व सरकार दोनों में फेरबदल होगा। कुछ नेता सरकार से संगठन में आएंगे तो कुछ संगठन से सरकार में जाएंगे। जितिन प्रसाद और अनूप प्रधान वाल्मीकि के सांसद बनने के बाद से उनके मंत्री पद भी रिक्त चल रहे हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल में कुछ नये चेहरे भी शामिल किए जा सकते हैं।
भाजपा में इस समय सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। पार्टी में बूथ अध्यक्षों व बूथ कमेटियों के चुनाव हो रहे हैं। बूथों के गठन के बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में मंडल के चुनाव होंगे। इसके बाद जिला स्तर पर चुनाव होंगे जिलाध्यक्षों के चुनाव के बाद प्रदेश स्तर पर संगठन में बदलाव होगा। सूत्रों के अनुसार फरवरी में संगठनात्मक चुनाव पूरा होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी फिर से सरकार का हिस्सा बन सकते हैं। इससे पहले भी स्वतंत्र देव सिंह सरकार से संगठन में आकर प्रदेश अध्यक्ष बने थे और 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद फिर से सरकार में शामिल हो गए थे। इसी तरह भूपेन्द्र सिंह चौधरी को भी सरकार में शामिल किया जा सकता है। वहीं, प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए कई नेता दिल्ली को साधने में जुट गए हैं।
वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए योगी मंत्रिमंडल के भी बड़ा बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। इसके जरिये भाजपा जातियों को भी साधने का काम करेगी। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अपने कई मंत्रियों के काम-काज से खुश नहीं हैं। परिणाम न देने वाले कुछ मंत्री हटाए भी जा सकते हैं। वहीं, कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल की भी संभावना है। मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दावेदार लखनऊ के साथ ही दिल्ली तक समीकरण बैठाने में लगे हुए हैं। कुछ नये चेहरों को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। पार्टी करहल के भाजपा प्रत्याशी अनुजेश प्रताप को भी अच्छा पद दे सकती है। उन्होंने काफी मजबूती से सपा के गढ़ में चुनाव लड़ा और 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत भी 10 प्रतिशत बढ़ा है।
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मंत्रिमंडल में अभी हैं कुल 54 सदस्य
नियमानुसार मंत्रिमंडल में 60 सदस्य हो सकते हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कुल 21 कैबिनेट मंत्री हैं। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार 14 व राज्यमंत्री 19 हैं। ऐसे में कुल मंत्रियों की संख्या 54 है। मंत्रिमंडल में अभी छह सदस्य और शामिल किए जा सकते हैं। वैसे कुछ मंत्रियों के हटने व कुछ के संगठन में जाने से इस बार मंत्रिमंडल में होने का फेरबदल बड़ा होने की संभावना है।