लखनऊ : परिषदीय
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में अगले महीने से होने वाले निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के प्रशिक्षुओं की मदद से यह मूल्यांकन कराया जाएगा। सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के माध्यम से विद्यालयों का मूल्यांकन करने के लिए टीमों का गठन किया जाएगा। विद्यार्थियों को भाषा व गणित में दक्ष बनाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।
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ऐसे परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल जहां 80 प्रतिशत तक विद्यार्थी भाषा व गणित में दक्ष होंगे, उन्हें निपुण विद्यालय घोषित
किया जाएगा। डीएलएड प्रशिक्षुओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय मानक के अनुसार विद्यार्थियों का मूल्यांकन करें। वे जिन स्कूलों में छात्रों को परखेंगे, बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से गठित टीम उनकी जांच करेगी।
अभियान के तहत तीन वर्ष से नौ वर्ष की आयु के विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाएगा। यानी प्री- प्राइमरी से कक्षा तीन तक के विद्यार्थियों को यह डीएलएड प्रशिक्षु परखेंगे। दिसंबर के बाद छात्रों ने क्या सीखा, अगले वर्ष फरवरी में इसे भी परखा जाएगा। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों को अभी से निपुण मूल्यांकन की तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।