40 शिक्षकों पर 5000 परिषदीय बच्चों की जिम्मेदारी, पढ़ाई के साथ-साथ अट रहे दूसरे कार्य भी


शहरी/नगर क्षेत्र के विद्यालय, शिक्षकों की भारी कमी से जूझ रहे हैं। इसी विषय पर एक नगरीय क्षेत्र के विद्यालय की रिपोर्टिंग श्री @askrajeshsahu जी द्वारा की गई थी। यह स्थिति पूरे प्रदेश की है। शासन की नीतियां ही इस प्रकार की हैं कि जिला के सक्षम अधिकारी चाह भी लें तो भी आवश्यकतानुसार इन विद्यालयों में शिक्षक मुहैया नहीं करा पाते।

बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि मजबूरन इस प्रकार की समस्या आती हैं।
इसीलिए शासन को जनपद के अंदर स्थानांतरण के लिए #स्थानांतरण_नीति प्रारंभ करनी चाहिए जिससे शिक्षकों की कामी को पूरा किया जा सके एवं नई शिक्षक भर्ती के माध्यम से नए शिक्षकों को नियुक्ति प्रदान करनी चाहिए।