उपचुनाव यूपी समेत तीन राज्यों में अब 20 नवम्बर को मतदान


त्योहारों के मद्देनजर तिथि बदलने की थी मांग
नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों ने विभिन्न त्योहारों के कारण इन राज्यों में तारीखों को बदलने के लिए चुनाव आयोग से अनुरोध किया था। कांग्रेस के अनुसार, केरल के 56-पलक्कड़ विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा 13 से 15 नवंबर तक मनाए जाने वाले कल्पति रास्तोलसवम महोत्सव में व्यस्त रहेगा। जबकि यूपी में भाजपा, बसपा और रालोद के अनुसार, लोग कार्तिक पूर्णिमा मनाने के लिए तीन चार दिन पहले यात्रा करते हैं। इसके अलावा, कांग्रेस ने पंजाब में 15 नवंबर को होने वाले श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व के मद्देनजर चुनाव की तारीखों में बदलाव की मांग की थी।
नई दिल्ली/लखनऊ। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को उत्तर प्रदेश और पंजाब की क्रमश सभी नौ एवं चार सीट और केरल की एक सीट के लिए विधानसभा उपचुनावों की तारीख त्योहारों के मद्देनजर 13 से 20 नवंबर कर दी। महाराष्ट्र, झारखंड विधानसभा चुनावों और उपचुनावों की मतगणना 23 नवंबर को ही होगी। आधिकारिक बयान में ये जानकारी दी गई।

इनमें उत्तर प्रदेश की मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर (सुरक्षित), करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटिहारी, मझवां सीट के अलावा पंजाब की डेरा बाबानानक, चब्बेवाल (सुरक्षित), गिद्दरबाहा, बरनाला और केरल की पलक्कड़ सीट शामिल है। केरल में पलक्कड़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव तारीख बदली गई है, चेलक्कारा विधानसभा, वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव 13 को ही होगा। कांग्रेस, भाजपा, बसपा और रालोद आदि ने त्योहारों के मद्देनजर आयोग से चुनावों की तारीख पुनर्निर्धारित करने का आग्रह करते हुए कहा था कि 13 नंवबर को चुनाव कराने से मतदान प्रतिशत पर असर पड़ सकता है। आयोग की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि भाजपा, कांग्रेस, बसपा एवं रालोद समेत कई अन्य राजनीतिक दलों ने आयोग से अनुरोध किया था कि 13 नवम्बर के आसपास प्रदेश में कई तरह के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन पूर्व से ही तय है। लिहाजा मतदान की तिथि बढ़ा दी जाए। सभी की अपील, अनुरोधों पर विचार के बाद आयोग ने यह निर्णय किया है। यूपी के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देते बताया कि इस फैसले से श्रद्धालुओं को कार्तिक पूर्णिमा के धार्मिक महत्व का लाभ प्राप्त होगा और मतदान प्रक्रिया भी सुचारू रूप से संपन्न हो सकेगी