शाहजहांपुर के परिषदीय स्कूलों में हुई चेकिंग के दौरान, सीएल अवकाश पर गए अध्यापकों को बीईओ और डीसी ने पोर्टल पर अनुपस्थित दर्शाया। इस पर बीएसए को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया। बीईओ और डीसी की कार्रवाई के बाद, बीएसए ने अनुपस्थित पाए गए अध्यापकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों के वेतन रोकने का आदेश दिया।
- शिक्षक की सैलरी कितनी है ? ये सबको पता है, शिक्षक ...
- बच्चे की आंख फोड़ने वाला प्रधानाध्यापक निलंबित
- प्रशिक्षण के बाद भी नहीं पहुंचा पैसा बोले, नहीं आई...
- महिला खेल समारोह के सम्बन्ध में
इससे नाराज शिक्षकों ने बीएसए से मिलकर आदेश वापसी की मांग की। उनका कहना था कि सीएल अवकाश पर रहते हुए उन्हें पोर्टल पर अनुपस्थित कैसे दिखाया जा सकता है। शिक्षकों के विरोध के चलते बीएसए को आदेश वापस लेना पड़ा और उन्होंने घोषणा की कि सीएल पर गए शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों का वेतन नहीं रोका जाएगा। बीएसए के पत्र जारी होने के बाद, अध्यापकों के बीच व्हाट्सएप ग्रुपों में विविध चर्चाएं शुरू हो गईं। शिक्षकों का मानना है कि कुछ शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के प्रभाव के कारण बीएसए को आदेश वापस लेना पड़ा, जैसा कि पहले दूसरे संगठन के कहने पर हुआ था।