नौकरी छूटने के बाद भी कर सकेंगे ईपीएफओ में अंशदान, ईपीएफओ का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रहा मंत्रालय


नई दिल्ली, । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि का दायरा बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को ईपीएफओ से जोड़े रखा जा सके। इससे उन्हें भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए ईपीएफओ में निवेश करने का विकल्प मिलता रहेगा।



इससे खासकर, उन लोगों को बड़ा लाभ होगा जो नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय से जुड़े सूत्र ने बताया है कि ईपीएफओ का दायरा बढ़ाने पर काम चल रहा है। सरकार चाहती है कि लोग भविष्य को ध्यान में रखकर सुरक्षित तरीके से निवेश करने के प्रति आकर्षित हों।



ईएसआई, आयुष्मान योजना को एक साथ लाने को मंजूरी


नई दिल्ली। कर्मचारी राज्य बीमा निगम की चिकित्सा लाभ परिषद ने शुक्रवार को लाभार्थियों के लिए स्वास्थ्य सेवा पहुंच बढ़ाने को लेकर आयुष्मान भारत पीएम-जन आरोग्य योजना के साथ कर्मचारी राज्य बीमा (ईएसआई) योजना को एक साथ लाने की मंजूरी दे दी।


नई दिल्ली। ईपीएफओ का दायरा बढ़ाने पर गंभीरता से काम चल रहा है। मंत्रालय दो स्तर पर विचार कर रहा है। पहला, एक अगर कोई व्यक्ति बीच में नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू करता है तो उसे अपना ईपीएफओ खाता चालू रखने की इजाजत दी जाए। उसके द्वारा निजी अंशदान के आधार पर संबंधित व्यक्ति को ब्याज दिया जाए। अब सरकार उन सभी को विकल्प देने पर विचार कर रही है।


दूसरा, सेवानिवृत्त के बाद अगर कोई व्यक्ति चाहता है कि नौकरी के दौरान उसके और नियोक्ता के हिस्से से किए गए अंशदान का इस्तेमाल पेंशन देने के रूप में किया जाए तो ऐसे इच्छुक व्यक्ति को विकल्प दिया जाए।