लखनऊ। प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र राजकीय प्रिंटिंग प्रेस में छपवाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए शासन स्तर पर एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई जा रही है, जो राजकीय मुद्रणालयों का निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी।
प्रतियोगी परीक्षाओं को फूलप्रूफ बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। अभी प्रश्नपत्र निजी प्रिंटिंग प्रेस में छपवाए जाते हैं। उच्चस्तर पर हुए विचार-विमर्श के बाद यह निष्कर्ष निकला कि अगर प्रश्नपत्र राजकीय प्रिंटिंग प्रेस में ही छपवाए जाएं तो लीक होने की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।
यूपी में लखनऊ और प्रयागराज में राजकीय प्रिंटिंग प्रेस हैं। हाल ही में शासन स्तर पर उद्योग, पीडब्ल्यूडी, गृह विभाग, उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक हुई। इसमें तय हुआ कि इन विभागों की एक संयुक्त कमेटी बनाई जाए, जो लखनऊ और प्रयागराज की राजकीय प्रिंटिंग प्रेस का मुआयना करें। साथ ही रिपोर्ट दें कि यह व्यवस्था लागू करने में कौन-कौन से कदम उठाए जाने जरूरी हैं।