प्रयागराज। परीक्षाओं में पेपर लीक और कॉपियां बदले जाने जैसी घटनाओं के बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की भर्तियां प्रभावित हुईं हैं। लिखित परीक्षा के माध्यम से होने वाली भर्तियों के साथ सीधी भर्तियां भी अटक गई हैं और आयोग को भर्तियां टालनी पड़ रही हैं।
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 आयोग के कैलेंडर में 27 अक्तूबर को प्रस्तावित है। परीक्षा समय से हो सकेगी या नहीं, इस पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। वहीं, आयोग के कैलेंडर में 22 दिसंबर 2024 को समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 प्रस्तावित है, लेकिन केंद्र निर्धारण नीति सख्त होने के बाद यह परीक्षा भी कम से कम दो दिन में पूरी हो सकेगी।
इन परीक्षाओं से पहले आयोग ने सितंबर में नौ प्रकार के 109 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी
की थी। इसके लिए सितंबर के दूसरे सप्ताह में इन भर्तियों के विज्ञापन संभावित थे लेकिन इनमें से किसी भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया गया। इन पदों पर सीधी भर्ती होनी है। आयोग ने संभावित विज्ञापनों की पूर्व सूचना भी जारी की थी।
यूपीपीएससी सितंबर के दूसरे सप्ताह से जिन विभागों में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने वाला था, उनमें उच्च शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), प्रशासनिक सुधार विभाग, उत्तर प्रदेश आयुष (आयुर्वेद), उत्तर प्रदेश आयुष (होम्यौपैथी) और उत्तर प्रदेश आयुष (यूनानी) शामिल हैं।
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उच्च शिक्षा विभाग में कुलसचिव के चार पदों, लोक निर्माण विभाग में सहायक वास्तुविद के सात और प्रशासनिक सुधार विभाग में निरीक्षक राजकीय कार्यालय के दो पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी होने थे।