आर्थिक तंगी ने ली एक और शिक्षामित्र की जान


गोरखपुर। विकास खण्ड भटहट

की शिक्षामित्र प्रियंका सिंह उम्र 44 वर्ष जो प्राथमिक विद्यालय बैलों, क्षेत्र भटहट में शिक्षामित्र के तौर पर कार्यरत थी जो आर्थिक तंगी के कारण बीमारी का सही इलाज न होने व सरकार की गलत नीतियों से आहत होकर मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में आज दिनांक 3 अक्टूबर को रात्रि लगभग 2:00 बजे के आसपास ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। मृतक शिक्षामित्र प्रियंका सिंह अपने पीछे दो पुत्र




अजय कुमार सिंह, सुजीत कुमार सिंह तथा पति योगेन्द्र सिंह को सदैव के लिए इस दुनिया से चल गई। 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्र का सहायक अध्यापक के पद पर हुए समायोजन को रद्द किया और अवसाद में आकर पूरे प्रदेश में लगभग 15000 शिक्षामित्र की अस्मय मृत्यु हो गई। गोरखपुर में भी लगभग डेढ़ दर्जन शिक्षामित्र कि अवसाद से मौत हो चुकी है ऐसा शिक्षामित्रो का संगठन का दावा है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने






शिक्षामित्र को हक दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रही है अभी विगत दिनों लखनऊ में विशाल धरना प्रदर्शन किया और शासन स्तर से आश्वासन मिला की बहुत जल्द मुख्य मंत्री से मुलाकात कराई जाएगी और शिक्षामित्र को कैसे सम्मान मिले




इसके लिए उचित कदम उठाए जाने का भरोसा दिलाया गया। इस दौरान

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ पदाधिकारी ब्लाक व जिले के शिक्षामित्र मृतक शिक्षामित्र प्रियंका सिंह को श्रद्धांजलि देकर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति प्रदान करने तथा परिवार को इस संकट की घड़ी में दुःख सहने की शक्ति देने की। कामना की है। इस दुख की घड़ी में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ ब्लॉक इकाई भटहट एवं जिला इकाई गोरखपुर की तरफ से प्रियंका सिंह के परिवार को इस अपार दुःख की घड़ी में संवेदना व्यक्त की है। मृतक शिक्षामित्र

प्रियंका सिंह का दाह संस्कार गोरखपुर के राजघाट मुक्ति धाम पर किया गया। यह जानकारी शिक्षामित्र संघ के ब्लाक अध्यक्ष अशोक चंद्रा ने सोशलमीडिया के माध्यम से एक विज्ञप्ति के जरिए दी बैलो के प्र.अ. मनोज सिंह गणेश सिंह अनिल कुमार भटहट के पूर्व पिला पंचायत सदस्य अजय कुमार सिंह उर्फ गुड्डू भईया दीनानाथ सिंह अशोक कुमार चंद्रा, राजेश कुमार गौड़ रामनन्द प्रमोद कुमार शर्मा नरसिंह प्रजापति प्रदीप सिंह सहित सैकड़ो लोग उपस्थित रहे ।


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