लखनऊ। अगले वर्ष सेना से रिटायर होने वाले प्रदेश के अग्निवीरों को माध्यमिक स्कूलों में खेल शिक्षक पद पर रखने का सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने माध्यमिक शिक्षा विभाग से इस बारे में सुझाव मांगा है। विभाग के सुझाव के बाद प्रस्ताव पर कैबिनेट से मंजूरी ली जाएगी। फिलहाल माध्यमिक शिक्षा विभाग प्रदेश में खेल टीचरों के मंजूर पदों के सापेक्ष रिक्त पदों के आंकड़े जुटाने में लग गया है। प्रदेश के करीब 740 माध्यमिक स्कूलों में एक भी खेल शिक्षक नहीं है।
620 से अधिक माध्यमिक स्कूलों में करीब 2400 छात्रों पर मात्र एक खेल शिक्षक है। स्कूल शिक्षकः एडेड स्कूल अपने खेल के मैदानों का व्यवसायीकरण करते जा रहे हैं और धन अभाव में स्कूलों में खेल के सामान तक नहीं खरीदे जा रहे हैं। इससे स्कूलों में खेल-कूद का माहौल समाप्त होता जा रहा है। स्पोर्ट्स या गेम या पीटी टीचर नहीं होने से स्थिति गम्भीर होती जा रही है। हालांकि हर विद्यार्थी से प्रति माह पांच रुपये स्पोर्ट्स फीस वसूली जाती है, लेकिन खेल का सामान महंगा होने से ये फीस ऊंट के मुंह में जीरे जैसी रह गई है।
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