मिशन शक्ति का दिखा असर, बेटियां बनीं एक दिन की डीएम-एसपी


लखनऊ : मिशन

शक्ति के पांचवें चरण में बड़ी संख्या में स्कूली छात्राओं ने विभिन्न जिलों में एक दिन के लिए डीएम व एसपी की कुर्सियां संभालीं और समस्याओं का निस्तारण किया। लखीमपुर, जौनपुर, सीतापुर, श्रावस्ती, ललितपुर, झांसी, मीरजापुर, कासगंज और गाजीपुर जैसे जिलों में बेटियों को डीएम व एसपी बनाकर समस्याओं का समाधान कराया गया। महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए यह प्रयोग किया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखीमपुर खीरी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की कक्षा आठ की छात्रा अग्रिमा धवन एक दिन के लिए डीएम की कुर्सी संभाली। उन्होंने सुनवाई के दौरान सब्जियों के दाम काबू में रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। वहीं सातों तहसील में एसडीएम की भूमिका भी छात्राओं ने निभाई। उधर जौनपुर में यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली सजल गुप्ता ने डीएम की कुर्सी
संभाली।


 उन्होंने 87 मामलों की व सुनवाई की और 14 को मौके पर ही छ निस्तारित कर दिया। वहीं मीरजापुर में मेधावी छात्रा शिवांशी द्विवेदी को डीएम व लक्ष्मी रतन मौर्य को सीडीओ बनाया गया, उन्होंने महिला स संबंधित मामलों के त्वरित निस्तारण के आदेश दिए। गाजीपुर में हाईस्कूल की मेधावी छात्रा प्रियंका कुशवाहा ने डीएम की कुर्सी संभाली तो उन्होंने जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया। 1,100 छात्राओं का पूजन, बांटे एक हजार ई-रिक्शे लखीमपुर खीरी में व कन्या पूजन शक्ति वंदन समारोह में ब परिषदीय प्राथमिक स्कूलों व उच्च प्राथमिक स्कूलों की 1,100 छात्राओं का कन्या पूजन कर उन्हें उपहार T बांटे गए। वहीं गोंडा में एक हजार र महिलाओं को पिंक ई-रिक्शे वितरित
किए गए।