लखनऊ। प्रदेश के शिक्षकों-
कर्मचारियों के संयुक्त संगठन संयुक्त संघर्ष संचालन समिति (एस-4) ने पुरानी पेंशन व समाप्त किए गए भत्ते को जल्द बहाल करने की मांग की है। ऐसा न करने पर शिक्षक-कर्मचारी फिर से आंदोलन तेज करेंगे। इसके लिए एक दिसंबर को राजधानी में समिति का प्रांतीय सम्मेलन होगा। इसमें आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। यह निर्णय समिति की प्रांतीय कार्यकारिणी की राज्य कर कार्यालय में हुई बैठक में लिया गया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनय कुमार सिंह की अध्यक्षता में शिक्षामित्र, अनुदेशकों, मुख्य सेविकाओं, परिवहन चालकों
परिचालकों आदि को नियमित करने व
मानदेय वृद्धि का मुद्दा उठा। एक
दिसंबर को होने वाली बैठक में इसके
लिए प्रदेशव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।
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एस-4 के महासचिव आरके निगम ने बताया कि शिक्षकों-कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं पर सरकार जल्द से जल्द सकारात्मक निर्णय ले। बैठक में यह भी सहमति बनी कि इन मांग की पूर्ति के लिए प्रदेश के अन्य समान विचारधारा वाले प्रदेश स्तर के संगठनों के अध्यक्षों, मंत्री को एकजुट बनाने का प्रयास किया जाएगा। वहीं एस-4 को मंडल, जिला स्तर पर सक्रिय करने के उद्देश्य से प्रमुख घटक संगठनों के अध्यक्ष, महामंत्री की कमेटी बनाई जाएगी।